बेंगलुरू। नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन बेंगलुरू के श्री कांतीरवा स्टेडियम में हो रहा है। लेकिन इस बीच जो रिपोर्ट सामने आई है उसके अनुसार यहां खिलाड़ियों को जरूरी सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है, यहां तक की कोरोना प्रोटोकॉल तक का पालन नहीं किया जा रहा है। दिव्यांग खिलाड़ियों से जिस तरह का व्यवहार यहां किया जा रहा है उसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। खिलाड़ियों को उस वक्त सबसे ज्यादा दिक्कत हुई जब अचानक से इस आयोजन को चेन्नई की जगह बेंगलुरू में स्थानांतरित कर दिया गया। दरअसल पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया ने इस प्रतियोगिता का आयोजन पहले चेन्नई में कराने का फैसला लिया था लेकिन बाद में इसे चेन्नई शिफ्ट कर दिया। जिस तरह से यहां नियमों का कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा है और खिलाड़ियों को जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा रही है उसको लेकर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पीसीआई से जवाब मांगा है।
बता दें कि नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में खिलाड़ियों के क्वालिफिकेशन के लिए आयोजित किया गया है। टोक्यो पैरालंपिक्स गेम्स का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच कराया जाएगा। पहले नेशनल पैरालंपिक का आयोजन 24 से 27 मार्च के बीच चेन्नई में कराया जाना था, लेकिन बाद में इसे बहुत की कम समय का नोटिस देकर इसे 20 मार्च को बेंगलुरू में शिफ्ट कर दिया गया। जिसकी वजह से टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। इस बीच इन तमाम गड़बड़ियों को लेकर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पीसीआई से तत्काल जवाब मांगा है।
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से बयान जारी करके कहा गया है कि हमारी जानकारी में यह लाया गया है कि बेंगलुरू में खिलाड़ियों को व्हीलचेयर मुहैया नहीं कराई जा रही है, कोरोना की रोकधाम के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन नहीं किया जा रहा है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पीसीआई को इन मसलों को लेकर पत्र लिखा है और कहा है कि जल्द से जल्द इन दिक्कतों को सुलझाया जाए और सुरक्षित माहौल में प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाए। साई ने फेडरेशन ने इस मामले में जवाब भी मांगा है।