नीरज ने फाइनल की एक दिलचस्प घटना सुनाई-
नीरज के अलावा, एशियाई उपमहाद्वीप के प्रशंसकों की निगाहें पाकिस्तान के अरशद नदीम पर भी थीं, जो स्टैंडिंग में 5वें स्थान पर रहे। हास्यापस्द यह भी है इस मुकाबले को पहले भारत बनाम पाकिस्तान के तौर पर प्रचारित करने की खूब कोशिशे हुई।
दोनों पड़ोसी देशों की तनातनी से हटकर नीरज और अरशद के एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध हैं, वे एक साथ कई प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं। एशियाई खेलों 2018 से दोनों की एक यादगार तस्वीर भी सामने आई थी।
वैसे तो नीरज का गोल्ड क्षण भारत देश में अब किवदंती बन चुका है, इसकी कहानियां लंबी चलेगी। लेकिन नीरज ने अब अपने भाला फेंक फाइनल से एक दिलचस्प घटना खुद सुनाई है।
अरशद नदीम से कहा- भाई ये भाला मुझे दे दीजिए
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए, 23 वर्षीय भारतीय ने खुलासा किया कि फाइनल में अपना पहला थ्रो दर्ज करने से ठीक पहले वह अपना भाला नहीं ढूंढ पा रहे थे। इधर-उधर देखा तो पता चला नीरज का भाला तो अरशद ने अपने हाथ में ले रखा था।
नीरज ने कहा, "मैं फाइनल की शुरुआत में अपने भाले की तलाश कर रहा था। मुझे ये मिल नहीं रहा था। अचानक मैंने देखा कि अरशद मेरे भाले के साथ घूम रहा है। तब मैंने उसको कहा, 'भाई ये भाला मुझे दे दीजिए, ये मेरा जेवलिन है। मुझे इससे थ्रो करनी है।' उसने वह मुझे वापस दे दिया। इसलिए आपने देखा होगा कि मैंने अपना पहला थ्रो जल्दबाजी में लिया था।"
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टॉप के जेवलिन थ्रोअर्स के साथ कैसे हैं नीरज के संबंध-
नीरज से बाकी टॉप एथलीटों के साथ उनके संबंधों के बारे में भी पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा: "हम सभी अच्छे संबंध साझा करते हैं। हम एक दूसरे के साथ अच्छी तरह से बात करते हैं और सोशल मीडिया पर एक दूसरे को बधाई भी देते हैं। अगर किसी को किसी भी तरह की मदद की जरूरत होती है तो हम पीछे नहीं हटते। उन सभी ने मुझे बधाई दी।'
एक तरफ सरकारों, संस्थाओं, मीडिया हाउस ने नीरज को आसमान पर बैठा दिया है, यह स्टार खिलाड़ी इस सफलता से विचलित नहीं होना चाहता। उनका मानना है एक गोल्ड से इतना संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता। भारत के पास कई गोल्ड होने चाहिए और इस तरफ प्रयास करना चाहिए।