नई दिल्लीः भारतीय भाला खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने बताया है किया कि टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण जीतकर और महान एथलीट मिल्खा सिंह की इच्छा को पूरा करने के बाद वह अभिभूत महसूस कर रहे हैं। मिल्खा की इच्छा थी कोई भारतीय एथलीट ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक गोल्ड लेकर आए।
24 वर्षीय नीरज कैलिफोर्निया, अमेरिका में है और 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों की तैयारी कर रहे हैं।
नीरज चोपड़ा ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एएनआई के सवाल का जवाब देते हुए कहा, "महान एथलीट मिल्खा सिंह की इच्छा को पूरा करने का अनुभव जबरदस्त था, जिन्होंने इस देश के कई लोगों को प्रेरित किया है। उन्होंने कई मौकों पर हमारे देश को गौरवान्वित किया है और उन्हें इतने बड़े आयोजन में याद रखना वाकई महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने कहा, "एक भारतीय एथलीट को ओलंपिक में स्वर्ण जीतते देखना उनका सपना था। मुझे उस समय उनकी बातें याद थीं और मैं चाहता था कि वह अपने सपने को सच होते देखने के लिए हमारे साथ रहे।"
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मिल्खा ने 1956 में मेलबर्न में, 1960 में रोम में और 1964 में टोक्यो में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
आने वाली पीढ़ी के बारे में बात करते हुए नीरज ने कहा कि आज के बच्चे उनसे प्रेरित होकर भाला फेंक में आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "एक एथलीट के रूप में, वर्ष 2021 मेरे लिए वास्तव में बहुत अच्छा रहा है, मैंने अपने ओलंपिक में स्वर्ण पदक के साथ एक शानदार शुरुआत की और भारतीय खेलों के लिए, इस साल ओलंपिक और पैरालिंपिक दोनों शानदार रहे। हमें COVID के कारण कुछ मुद्दों का सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी , 2021 खेलों के लिए एक यादगार वर्ष था।"
नीरज ने कहा, "स्वर्ण जीतना बहुत अच्छा लगा। बचपन से ओलंपिक में खेलना और स्वर्ण जीतना मेरा सपना था। मेरी वजह से, जेवलिन को इन दिनों बहुत पहचान मिल रही है। अब युवा पीढ़ी के लिए अवसर पैदा हुए हैं। पहले बच्चों को यह नहीं पता था कि भाला खेलना कैसे शुरू किया जाए, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और बहुत से लोग इस खेल में रुचि रखते हैं।"
नीरज ने 7 अगस्त को स्वर्ण पदक जीता था और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने इस दिन को राष्ट्रीय भाला दिवस के रूप में घोषित किया। अगले वर्ष से एएफआई से जुड़ी युनिट्स अपने-अपने राज्यों में भाला प्रतियोगिता आयोजित करेंगी और जिलों के बीच में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। आयोजन को सफल बनाने के लिए महासंघ द्वारा भाला भी उपलब्ध कराया जाएगा।