नई दिल्ली। भारतीय महिला एथलीट किसी भी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में साड़ी नहीं पहनेंगी। एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए आईओए ऐथलीट आयोग के चेयरमैन मालव श्रौफ ने इसकी जानकारी दी है। भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) तथा अन्य हितधारकों के साथ चर्चा के बाद एथलीट आयोग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इसी साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से उद्घाटन और समापन समारोह में भारतीय महिला एथलीट पारंपरिक साड़ी नहीं बल्कि ट्राउजर पहनेंगी।
आईओए ने हितधारकों और एथलीट प्रतिनिधियों के साथ मिलकर भारतीय महिला एथलीटों के लिए अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट उद्घाटन समारोह के परिधान को बदलने का फैसला किया है। इसके तहत अब महिला एथलीटों को साड़ी और ब्लेजर के बजाए ब्लेजर और ट्राउजर्स में देखा जाएगा। आईओए ने अपने एक बयान में कहा कि एथलीटों के लिए यह परिधान अधिक सहज और सही है। इस फैसले के लिए एथलीट आयोग ने आईओए का शुक्रिया अदा किया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में कई भारतीय महिला खिलाड़ियों ने साड़ी के उपर ब्लेजर पहनने के ड्रेस कोड पर शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसपर अब ठोस फैसला लिया गया है। ओलिंपियन निशानेबाज हिना सिद्धू ने इस बदलाव की तारीफ करते हुए कहा कि ब्लेजर और ट्राउजर काफी सुविधाजनक है और ये हमारा काफी समय भी बचाएगा। उन्होंने कहा कि 'मैंने 2010 कॉमनवेल्थ और 2010 एशियन गेम्स में साड़ी पहनी थी और मैंने अपनी आंटी से साड़ी पहनना सीखा था'।