नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में जहां एक ओर भारतीय खिलाड़ी मेडल की तलाश में जोर-आजमाईश कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के रवैये से आयोजक परेशान नजर आ रहे हैं।
हालात ऐसे बन रहे हैं कि आयोजक अब केंद्रीय मंत्री की रियो ओलंपिक मान्यता को ही रद्द करने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि भारतीय दल के प्रमुख की ओर से ऐसे आरोपों का खंडन किया गया है। उन्होंने कहा है कि विजय गोयल के रवैये में कोई खामी नहीं है।
रियो ओलंपिक में अभी तक भारतीय एथलीट्स के हाथ कोई मेडल नहीं लगा है। लगातार खिलाड़ी मेडल की तलाश में कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन उनके हाथ कोई कामयाबी नहीं लगी है।
इन सबके बीच हमारे देश के केंद्रीय मंत्री विजय गोयल जरूर चर्चा में आ गए हैं। ऐसा हुआ है उनके 'सेल्फी प्रेम' की वजह से। हुआ यूं कि सोशल मीडिया में विजय गोयल की भारतीय खिलाड़ियों के साथ सेल्फी वायरल हुई हैं। आयोजकों के मुताबिक खेल मंत्री प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर फोटो खिंचवा रहे हैं, जो कि नियमों के खिलाफ है।
Rio ओलंपिक 2016 : हॉकी में भारत को विश्व की नंबर 2 टीम नीदरलैंड ने 2-1 से हराया
आयोजकों के मुताबिक सेल्फी और तस्वीरों के लिए खेल मंत्री प्रतिबंधित क्षेत्र में भी घुस जाते हैं। इस दौरान विजय गोयल अकेले नहीं होते हैं, साथ में उनके कई समर्थक भी होते हैं।
विजय गोयल और उनके समर्थकों के इसी रवैये से आयोजक नाराज हैं। उन्होंने विजय गोयल की मान्यता रद्द करने की धमकी दी है। आयोजकों का कहना है कि विजय गोयल और उनके समर्थक न केवल प्रतिबंधित क्षेत्र में जाते हैं बल्कि वहां मौजूद स्टाफ से गलत व्यवहार भी करते हैं।
रियो आयोजन समिति की कॉन्टीनेंटल मैनेजर साराह पीटरसन ने भारत के खेल मंत्री के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एक पत्र भारतीय दल के प्रमुख राकेश गुप्ता को भेजा है।
पत्र में कहा गया है कि हमें खेल मंत्री के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं जिसमें पता चला है कि वह उन जगहों में घुसने की कोशिश करते हैं जहां जाने की उन्हें मान्यता नहीं है। जब वहां मौजूद स्टाफ उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं तो मंत्री और उनके सहयोगी स्टाफ के साथ बदसलूकी करते हैं। कई बार उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई है।
टेनिस : रियो ओलंपिक के मिक्स्ड डबल्स क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचे सानिया मिर्जा-रोहन बोपन्ना
साराह पीटरसन के पत्र में आगे कहा गया है कि खेल गांव में ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर आगे भी ऐसी घटना होती है तो जरूरी कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्रोटोकॉल टीम इन घटनाओं को देख रही है, अगर स्थिति में बदलाव नहीं आया तो भारतीय खेल मंत्री मान्यता भी रद्द की जा सकती है। उन्हें ओलंपिक खेल में दी जा जाने वाली सुविधाएं भी वापस ली जा सकती हैं।
दूसरी ओर भारतीय दल के प्रमुख राकेश गुप्ता ने घटना को खास तवज्जो नहीं देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि खेल मंत्री विजय गोयल की जिस तस्वीर को लेकर विवाद हो रहा है वह हॉकी खेल के मैदान का मामला है। हालांकि विजय गोयल खुद भारतीय हॉकी खिलाड़ियों के बीच नहीं गए थे बल्कि उन्हें वहां खिलाड़ियों की हौंसला बढ़ाने के लिए बुलाया गया था।
इस दौरान ली गई तस्वीरों पर आयोजकों ने सवाल उठाए। ये पूरा घटनाक्रम भारत और जापान के बीच हॉकी मैच के बाद सामने आया था। इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया था। राकेश गुप्ता के मुताबिक आयोजक गैर-मुद्दे वाली बात को तूल दे रहे हैं।