नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के सचिव राजीव भाटिया ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ी 20-28 फरवरी तक नई दिल्ली में आगामी शूटिंग विश्व कप में भाग लेंगे। भाटिया ने पुष्टि की कि गृह मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए निशानेबाजों को वीजा जारी किया जाएगा।
भाटिया ने कहा कि भारतीय गृह मंत्रालय ने उनके वीजा को मंजूरी दे दी है और इसे उच्चायोग और इस्लामाबाद को भेज दिया है। " भाटिया ने कहा कि शुक्रवार को मुझे भारतीय उच्चायोग से फोन आया और उन्होंने शूटरों के नामों की फिर से पुष्टि की और उम्मीद है कि आज वीजा मिल जाएगा। दिल्ली की कर्णी सिंह रेंज में होने वाले शूटिंग विश्व कप पाकिस्तान के दो शूटर और उनका कोच दिल्ली आएंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि को 33 साल में सिर्फ तीसरी बार इस वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली है। इस वर्ल्ड कप में 58 देशों के 503 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 50 से ज्यादा वर्ल्ड और ओलिंपिक चैम्पियन हैं। इसके अलावा, कॉमनवेल्थ, एशियन और जूनियर वर्ल्ड चैंपियन भी उतर रहे हैं। इसमें भारत का 23 सदस्यीय दल हिस्सा ले रहा है। राइफल और पिस्टल का आईएसएसएफ वर्ल्ड कप बुधवार से शुरू हो रहा है। यह इस सीजन का यह पहला शूटिंग वर्ल्ड कप है, लेकिन इससे पहले पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीजा देने की अनुमति के बाद लोगों में गुस्सा है।
वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पहले से ही पाकिस्तान बोर्ड को झटका दे चुका है। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने मोहाली स्टेडियम में लगे पाकिस्तानी क्रिकेटरों के पोस्टर हटा दिए हैं। वहीं राजस्थान राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने सवाई मानसिंह स्टेडियम की पिक्चर गैलरी से पाकिस्तानी क्रिकेटरों की तस्वीरें हटा दीं हैं। इससे साफ झलकता है कि भारत अब पाकिस्तान के साथ खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट लीग (PSL) का प्रसारण भारत में बंद कर दिया गया है जो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा झटका है। पीएसएल के भारत में प्रसारण के अधिकार रिलायंस आईएमजी के पास थे। लेकिन शूटिंग विश्व कप ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को दिल्ली आने की अनुमति देकर भारत की खेल प्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं।