रियो डि जेनेरिया। भारत की जिमानस्ट दीपा करमाकर ने अगस्त में ब्राजील के शहर रियो डि जेनेरियो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए क्वालिफाई करके एक इतिहास बना डाला है।
दीपा भारत की पहली ऐसी जिमनास्ट बन गई हैं जो 52 वर्षों बाद किसी ओलंपिक खेलों में पहुंची हैं। रविवार को दीपा ने रियो में आखिरी क्वालिफाइंग राउंड में अपने प्रदर्शन के साथ ही रियो के लिए अपना टिकट पक्का किया। दीपा ने कुल 52.698 प्वाइंट्स अर्जित किए हैं।
दीपा ने सबसे मुश्किल माने जाने वाले प्रोडुनोवा वॉल्ट में अपना शानदार प्रदर्शन किया और 15.066 प्वाइंट्स हासिल किए। दीपा के साथ बाकी 14 और कैंडीडेट्स में यह सबसे बेहतरीन स्कोर माना गया।
हालांकि दीपा अनइवन बार में अच्छा प्रदर्शन नहीं दे पाईं। इसकी वजह से उन्हें केवल 11.700 अंक ही हासिल हो सके।
त्रिपुरा की रहने वाली दीपा न सिर्फ पहली भारतीय जिमनास्ट हैं बल्कि यह कारनाम करने वाली वह पहली भारतीय महिला जिमनास्ट भी बन गईं। आजादी के बाद से भारत की ओर से 11 पुरुष जिमनास्ट ने ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था।
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इनमें 11 में से दो पुरुष जिमनास्ट ने वर्ष 1952 के ओलंपिक्स और तीन ने वर्ष 1956 के और छह ने 1964 के ओलंपिक में हिस्सा लिया था।
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पिछले वर्ष दीपा को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जिम्नास्टिक्स ने दीपा के रियो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाइ करने वाली खबर की पुष्टि एक रिलीज जारी कर की है।
दीपा को उन 79 महिला जिमनास्ट की लिस्ट में रखा गया है जो व्यक्तिगत स्पर्धा के लिए ओलंपिक खेलों में किस्मत आजमाएंगी।
अतंराष्ट्रीय रेफरी दीपक कागरा ने कहा है कि दीपा के मजबूत प्रदर्शन के साथ ही यह बात निश्चित हो गई थी कि वह रियो के लिए क्वालीफाई करेंगी। उन्होंने कहा कि दीपा की इस उपलब्धि से जिमनास्टिक कम्यूनिटी को उन पर गर्व है।