नई दिल्ली: भारत के आर प्रागनानंदा देश के सबसे युवा और विश्व के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गये हैं। 12 साल 10 महीने और 13 दिन के प्रागनानंदा के नाम 10 साल की उम्र में सबसे युवा इंटरनैशनल मास्टर बनने का कीर्तिमान भी दर्ज है। प्रागनानंदा ने इटली में खेली जा रही ग्रेनडाइन ओपन के अंतिम दौर में पहुंचकर यह उपलब्धि हासिल की।
वह यूक्रेन के सर्गेई करजाकिन का सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए, जो सर्गेई ने 2002 में हासिल की थी। दुनिया में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बनने के रिकॉर्ड के वक्त सर्गेई की उम्र 10 साल और 7 माह थी। इस प्रकार वो 3 माह के अंतर से सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बनते-बनते रह गए। इस कड़ी में चौथा नाम भी एक भारतीय परिमार्जन नेगी का है, जिनकी उम्र 13 साल, 4 महीने और 22 दिन है।
Congratulations to Praggnanandhaa for becoming, at 12 years and 10 months, the second youngest Grandmaster of all time. 🎉 pic.twitter.com/zIS8jfwVMb
— Congress (@INCIndia) June 23, 2018
वहीं इस पर देशभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी प्रागनानंदा को बधाई दी गई जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रागनानंदा और उनके कोच को बधाई दी।
आठवें दौर में मोरानी लुका को मात देने के बाद, प्रागनानंदा को अपने से अधिक वरियता वाले खिलाड़ी से भिड़ना था लेकिन किस्मत ने साथ दिया और प्रागनानंदा को जीएम प्रुजसर्स के खिलाफ खेलने का मौका मिल गया जोकि उनके लिए आसान रहा। प्रागनानंदा की इस उपलब्धि पर 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने बधाई दी।
विश्वनाथन आनंद ने कहा, 'प्रागनानंदा एक मजबूत खिलाड़ी होने के अलावा अपने गेम को कंट्रोल करने की क्षमता भी रखता है, जो कि काफी प्रभावित करती है। वो गेम को आसानी से ड्रॉ करने के लिए नहीं जाते हैं बल्कि वो धैर्य के साथ खेलता है। प्रागनानंदा ने बड़े टूर्नामेंट में अलग लेवल का खेल दिखाया है।'