नई दिल्ली। रियो ओलंपिक लेकर बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ब्राजीली अधिकारियों ने कहा है कि ब्राजील ने इंटरनेशनल ओलंपिक एसोसिएशन को रिश्वत देकर रियो ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने की कोशिश की थी। ब्राजील पुलिस ने एक बयान में कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार की जांच कर रहे हैं, जो 2016 ओलंपिक की मेजबानी रियो को देने के लिए वोट खरीदने के मकसद से किया गया था। कई देशों में नौ महीने तक की गई जांच में पता चला है कि कुछ धांधली हुई है।
पुलिस ने कहा कि ब्राजील ओलंपिक के प्रमुख कार्लोस नुजमैन को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। उनके घर की तलाशी भी ली गई है। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। लेकिन उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है। कारोबारी आर्थर सोरेस की गिरफ्तारी के लिए वांरट जारी किया गया। यह वही है जिन्हें सरकार ने ओलंपिक से पहले बड़ी राशि के ठेके दिए थे।
आर्थर सोरेस की पूर्व सहयोगी एलियेने परेरा कावालकेंटे को भी रियो में गिरफ्तार किया गया। आईओसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि सबसे आश्चर्य यह है कि मीडिया के हवाले से आईओसी को यह जानकारी मिली। उनकी राय है कि आईओसी को इस प्रकरण की पुष्टि के लिए अन्य जानकारी हासिल करनी होगी।