नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े महिला एमएमए टूर्नामेंट का सेमीफाइनल मैच होने में बस एक हफ्ते का समय बाकी रह गया है, जिसमें शुक्रवार (29 अक्टूबर) को ONE: NEXTGEN में ऋतु "द इंडियन टाइग्रेस" फोगाट ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के सेमीफाइनल में जापानी एथलीट इत्सुकी "एंड्रॉइड 18" हिराटा के खिलाफ मैच के साथ सर्कल में वापसी करेंगी, ऐसे में फोगाट का लक्ष्य सिर्फ जीत होगा ताकि वो भारत के लिये पहली एमएमए महिला वर्ल्ड चैम्पियन का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकें। हालांकि रितु फोगाट ने मैच से पहले अपने प्रतिद्वंदी हिराटा के बारे में बात करते हुए कहा उन्हें हराना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा। उनकी प्रतिद्वंदी हिराटा हैं, जो जूडो बैकग्राउंड से आती हैं और MMA में अभी तक अपराजित हैं। मगर भारतीय एथलीट का कहना है कि उनकी रेसलिंग हिराटा की जूडो स्किल्स पर भारी पड़ेगी।
फोगाट ने कहा, 'हिराटा ताकतवर हैं और उनकी रेसलिंग शानदार है, इसलिए उन्हें टेकडाउन करना आसान नहीं होगा। एक स्ट्राइकर के मुकाबले ग्रैपलर को टेकडाउन करना कठिन होता है। रेसलिंग में लेग अटैक ज्यादा होते हैं, वहीं जूडो एथलीट्स बॉडी के ऊपरी हिस्से से ज्यादा अटैक करने की कोशिश करते हैं। मैं हिराटा के बॉडी के ऊपरी हिस्से से होने वाले अटैक के मुकाबले मैं अलग-अलग तरीके से शॉट्स लगा पाऊंगी, इसलिए मेरा रेसलिंग गेम उनकी जूडो स्किल्स पर भारी पड़ेगा।'
और पढ़ें: धोनी को टी20 विश्वकप में लाने के पीछे किसका था दिमाग, मोंटी पनेसर ने किया बड़ा दावा
फोगाट ने अपनी जापानी विरोधी को चेतावनी देते हुए कहा है कि हिराटा उन्हें कम आंकने की भूल किसी भी हालत में ना करें। साथ ही ये भी कहा कि पूरे एटमवेट डिविजन में उनकी रेसलिंग का तोड़ किसी के पास नहीं है।
उन्होंने कहा, "मुझे कम आंकना बहुत बड़ी भूल होगी क्योंकि आपको हर एक मैच में ऋतु फोगाट का अलग रूप देखने को मिलेगा। अगर हिराटा कहती हैं कि मेरे पास एक ही स्किल है तो ध्यान रखिए कि मैं उस एक सकिल में बेस्ट हूं। मुझे नहीं लगता कि एटमवेट डिविजन में किसी के पास मेरी रेसलिंग स्किल्स का तोड़ होगा।"
"द इंडियन टाइग्रेस" ने इस मैच को नॉकआउट से जीतने की इच्छा जताई है और यह भी साबित करना चाहती हैं कि उनके पास रेसलिंग के अलावा भी अटैक करने के कई तरीके मौजूद हैं।
और पढ़ें: भारत-पाक भिड़ंत से पहले बाबर आजम पर भड़के पूर्व पाकिस्तानी कप्तान, गेमप्लान को लेकर उठाये सवाल
उन्होंने कहा, "अगर मौका मिला तो मैं इस बाउट को नॉकआउट से फिनिश करना चाहूंगी। मैं लोगों की इस धारणा को बदलना चाहती हूं कि ऋतु फोगाट केवल रेसलिंग में अच्छी हैं। मैं इस फाइट को भी अलग तरीके से जीतना चाहूंगी, जिससे फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी एथलीट को अहसास हो कि मैं अलग तरह से भी जीत हासिल कर सकती हूं।"
अंत में ऋतु फोगाट ने फैंस से मांग की कि वो इसी तरह उनपर अपना प्यार बनाए रखें क्योंकि उनकी के सपोर्ट के कारण वो इस मुकाम पर पहुंच सकी हैं।