नई दिल्ली: चंडीगढ़ की सीनियर अंतरराष्ट्रीय एथलीट मान कौर का शनिवार दोपहर निधन हो गया। धावक मान कौर ने 105 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। मान कौर पिछले 3 महीने से गॉल ब्लैडर कैंसर से जूझ रही हैं। उनका दो सप्ताह से अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके बेटे गुरुदेव सिंह ने बताया कि शनिवार शाम को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कुछ दिन पहले आयुर्वेदिक अस्पताल के डॉक्टर मुनीश ने मन कौर का वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री मोदी को भेजा था। मान कौर को जून में पित्ताशय की थैली के कैंसर का पता चला था।
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कोरोना काल की शुरुआत से पहले मन कौर ने देश-विदेश में होने वाली प्रतियोगिताओं में लगातार मेडल जीते थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मान कौर को उनके प्रदर्शन के लिए महिला शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था। वह पुरस्कार लेने राष्ट्रपति भवन आई थीं। इस उम्र में भी उनका जोश ऐसा था कि युवा शर्मसार हो जाते थे। मान कौर दौड़ के अलावा भाला फेंक में भी अपना नाम कमा चुकी है। उन्होंने साल 2018 में स्पेन के मलागा में हुई विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 200 मीटर रेस के अलावा भाला फेंक इवेंट में भी गोल्ड मेडल जीता था।
बता दें कि मान काैर ने 93 की उम्र में चंडीगढ़ मास्टर्स एथलेटिक्स मीट में पहला मेडल जीतकर दुनियाभर से सुर्खियां बटोरी थीं। वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कई गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं तो 2017 में 101 साल की उम्र में वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में कौर ने खिताब पर भी कब्जा किया था। उन्हें 'चंडीगढ़ की चमत्कारिक मां' के रूप में जाना जाता था। उन्होंने 2017 में ऑकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर की दौड़ भी जीती थी। उन्होंने पोलैंड में विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स में ट्रैक एवं फील्ड में चार गोल्ड मेडल जीते थे।