वन इंडिया ने आपको बताया था कि यूरो कप स्पेन और इटली लीग स्टेज पर भी आपस में भिड़ चुके हैं। उस मुकाबले में कोई भी टीम जीत नहीं पाई थी। वो मैच 1-1 की बराबरी पर खत्म हुआ था।
बीते दिन खेले गए मैच में मारियो बालोतेली के दो गोल की बदौलत इटली ने खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही जर्मन टीम को 2-1 से हराकर यूरो फुटबाल चैम्पियनशिप 2012 के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना स्पेन से होगा।
इटली ने किसी बड़े टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में तीसरी बार जर्मनी को हराया है । अब तक जर्मनी के खिलाफ आठ प्रतिस्पर्धी मैचों में उसका रिकार्ड अपराजेय रहा है । इतालवी कोचों की नजर में बालोतेली में एक महान खिलाड़ी बनने के पूरे लक्षण है और उन्होंने इस अहम मुकाबले में इसकी बानगी भी पेश की ।
मैच से पहले जर्मनी का पलड़ा भारी माना जा रहा था लेकिन 21 बरस के बालोतेली ने तमाम कयासों को धता बता दिया । उसने पहला गोल 20वें मिनट में किया । बायें विंग से अंतोनियो कासानो से मिले क्रास पर उन्होंने हेडर के जरिये गेंद को गोल के भीतर डाला ।
दूसरा गोल उसने ब्रेक से नौ मिनट पहले दागा । जर्मनी के फिलीप लाम रिकार्डो मोंटोलिवो से गेंद का नियंत्रण छीन नहीं सके । बालोतेली कुछ दूरी पर थे जो भागकर गेंद को झपटने आये और पूरे आत्मविश्वास के साथ गोल दाग दिया था ।
आपको बताते चलें कि यूरो कप के रविवार को खेले जाने वाले मैच में यदि स्पेन जीत जाता है तो ये फुटबॉल के अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर किसी कारनामे से कम नहीं होगा। वैसे स्पेन और इटली के बीच खेले जाने वाले मैच में अगर जानकारों कि माने तो स्पेन कप का मजबूत दावेदार है। जहाँ स्पेन का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है, लेकिन टीम द्वारा इटली को मजाक में लेना एक बचकाना फैसला होगा।
गौरतलब है की अच्छा पास देते हुए खेलना स्पेन की ताकत है लेकिन कभी कभी खिलाड़ियों में आपसी तालमेल की कमी परेशानी का सबब बन जाती है। आइये आपको बताते हैं स्पेन कब कब हरा
वहीं अगर इटली कि बात करी जाये तो उसका डिफेंस काबिल ए तारीफ है। इस जैसे डिफेंस की बराबरी अभी कोई टीम नहीं कर सकती है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार खेला जाने वाला ये फाइनल ऐतिहासिक होगा जिसमें दर्शकों को देखने को बहुत कुछ मिलेगा।