बजरंग पुनिया ने लगाया आरोपः
पुनिया ने खेल मंत्रालय द्वारा नामित दोनों खिलाड़ियों के बारे में बयान देते हुए कहा कि मैंने नामांकित किए गए दो अन्य खिलाड़ियों (विराट कोहली और मीराबाई चानू) से ज्यादा अंक जुटाए हैं, जबकि खेल मंत्री का कहना है कि मेरे इतने अंक नहीं थे लेकिन यह बात गलत है। वहीं उनके इस बयान पर खेल मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया है।
खेल मंत्रालय ने दिया बयानः
खेल मंत्रालय ने खेल रत्न की चयन प्रक्रिया के मानदंडों को स्पष्ट करने के लिए टि्वटर पर एक पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कैसे अलग-अलग मानकों द्वारा विभिन्न खेलों का फैसला किया जाता है। इस पोस्ट में बताया गया है कि प्वाइंट सिस्टम का उपयोग दिए गए खेल के भीतर खिलाड़ियों में अंतर दिखाने के लिए किया जाता है, न कि विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को. 'विराट कोहली आईसीसी रैंकिंग के 3 प्रारूपों में से 2 में टॉप पर हैं, जबकि मीराबाई चानू वर्तमान में ओलंपिक खेल में एकमात्र भारतीय विश्व चैंपियन हैं। इसी आधार पर खेल मंत्रालय की ओर से दोनों खिलाड़ियों को खेल रत्न के लिए चुना गया है।
मंत्रालय के जवाब से असंतुष्ट हैं पुनियाः
गौरतलब हो कि पुनिया मंत्रालय द्वारा दिए गए बयान से असंतुष्ट हैं। उन्होंने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से भी मुलाकात की थी। बता दें कि विराट कोहली और मीराबाई चानू को यह सम्मान 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों दिए जाएंगे। वहीं इसके अलावा कोहली और चानू को मेडल और प्रशस्ति पत्र सहित 7.5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।