यूरो कप के फाइनल में रविवार को इटली की टीम स्पेन के आगे पूरी तरह बौनी साबित हुई जब स्पेन ने उसे 4-0 से हराया। विसेंट डेल बोस्क की अगुवाई में स्पेन की यह पहली जीत है।
फाइनल मुकाबले में स्पेन ने शुरू से ही दबदबा बनाये रखा। मैच के दूसरे मिनट में इटली ने गोल करने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। गेंद गोलपोस्ट से काफी दूर से निकल गई। स्पेन ने इसे चुनौती समझते हुए 15वें मिनट में गोल किया। यह गोल डेविड सिल्वा ने हेडर के जरिए किया। इसके बाद जोर्डी अल्बा ने 41वें मिनट में टीम के लिए दूसरा गोल दागा। पहले हाफ तक स्पेन को 2-0 की बढ़त मिल गई। दूसरे हाफ में फर्नान्डो टोरेस ने 84वें मिनट में और जुआन मार्टा ने 88वें मिनट में शानदार गोल ठोकते हुए जीत को लगभग पक्का कर दिया।
इतिहास के झरोखे में देखें तो स्पेन ने पहली बार 1964 में सोवियत संघ को 2-1 से हराकर खिताबी जीत दर्ज की थी। फिर 2008 में जर्मनी को 1-0 से हराकर दूसरी बार यूरो कप जीता था। इस जीत के साथ स्पेन ने जर्मनी के सर्वाधिक तीन यूरो खिताब के रिकार्ड की बराबरी कर ली है। यूरो कप में किसी भी टीम की यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 1972 में पश्चिम जर्मनी ने सोवियत संघ को 3-0 से हराया था।