नई दिल्ली। क्रिकेटप्रेमियों से बोर्ड पर विश्वास बनाये रखने की अपील करते हुए बीसीसीआई के उपाध्यक्ष अरूण जेटली ने कहा है कि मैंने पिछले दो सप्ताह में क्रिकेट प्रेमियों की बेचैनी महसूस की है, लेकिन मुझसे लगता है कि बोर्ड को एक मौका और दिया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग मसले की जांच पूरी होने तक एन श्रीनिवासन अपने पद से दूरी बनाये रखेंगे, तब तक बोर्ड के कामकाज का संचालन बोर्ड द्वारा बनाया गया चार सदस्यीय पैनल करेगा। जिसका प्रमुख जगमोहन डालमिया को बनाया गया है। हमें यकीन है है कि यह निर्णय बीसीसीआई की साख लौटाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि कल बोर्ड की बैठक में श्रीनिवासन ने जांच पूरी होने तक अपने पद से दूरी बनाये रखने का फैसला किया। जिससे कि स्पॉट फिक्सिंग मसले की निष्पक्ष जांच हो सके। स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण ने देश को झकझोर कर रख दिया था। जिसके लगभग एक पखवाड़े के बाद आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जेटली ने कहा कि अपने पद से इस्तीफा दे चुके संजय जगदाले और अजय शिर्के से भी अपना इस्तीफा वापस लेने और बोर्ड के काम में सहयोग देने की बात की गई है।
आईसीसी में भारत के प्रतिनिधित्व की बात पर जेटली ने कहा कि इस बात कर डालमिया और कार्यसमिति निर्णय करेगी। उन्होने बताया कि कार्यसमिति के प्रमुख के तौर पर मेरा नाम भी सुझाया गया था लेकिन मैंने राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के कारण इससे इनकार कर दिया। उन्होने यह भी कहा कि मीडिया में यह बातें आ रही थी कि एन श्रीनिवासन ने पद छोड़ने के एवज में बोर्ड के सामने कुछ शर्ते रखी, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि न तो इस तरह की कोई शर्ते हमारे सामने रखी गई थी और न ही हमने इन्हें मंजूर किया है।
जेटली के अनुसार श्रीनिवासन इस बात से सहमत हैं कि जब तक उनके दामाद के खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती वह इस पद से दूरी बनाये रखेंगे।