पहले प्रयास में इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने 63.52 का स्कोर किया था लेकिन अगले ही प्रयास में उन्होने 65.20 स्कोर पा लिया।
यह सभी भारतीयों के लिए अच्छी खबर है कि एक और एथलीट को फाइनल में जगह मिल गई है।
इसके पहले महिला वर्ग में कृष्णा पूनिया ने फाइनल में क्वालीफाई किया था लेकिन वह कोई पदक न जीत सकी और सातवें स्थान पर रहीं थी। लेकिन विकास के प्रदर्शन के आधार पर उनसे पदक की उम्मीद की जा सकती है।
पीटीआई को दिए अपने साक्षात्कार में उन्होने बताया कि धन की कमी के कारण कई बार खेल में रूकावट आई लेकिन इससे उनका उत्साह कम नहीं हुआ। इसके अलावा उन्हें जो भी फन्ड मिल रहा है उससे उनके मात्र 20 प्रतिशत खर्च ही पूरे हो पा रहे हैं।
विकास के कोच उनके पिता शिव गौड़ा ही हैं।