नई दिल्ली: डोपिंग के चलते भारतीय महिला धावक निर्मला श्योराण पर चार साल का प्रतिबंध लग गया है। डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टी होने के बाद हरियाणा की इस धावक से 2017 एशियाई चैंपियनशिप से उनके द्वारा जीते गए दो गोल्ड मेडल भी छीन लिए हैं। निर्मला ने इस प्रतियोगिता में 400 मीटर और 4x400 मीटर रिले दौड़ में यह उपलब्धि हासिल की थी।
एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट ने इस बात की जानकारी दी। यह यूनिट ट्रैक और फील्ड डोपिंग मामलों का प्रबंधन करती है। यूनिट ने जानकारी देते हुए बताया कि उसने जून 2018 में गुवाहाटी में इंटर-स्टेट मीट में नमूने लिए थे जिसमें धावक का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। उस परीक्षण में स्टेरॉयड ड्रोपोस्टोन और मेटेनॉलोन की मात्रा पाई गई थी।
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इस बारे में बयान जारी करते हुए एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट ने बताया है- '24 वर्षीय निर्मला के बायोलॉजिकल पासपोर्ट में भी अनियमित ब्लड रीडिंग दिखाई गई थी। निर्मला ने चार्ज स्वीकार किया और सुनवाई का अनुरोध नहीं किया। वे इसके परिणाम स्वीकार करने के लिए तैयार थीं।'
निर्मला पर यह प्रतिबंध 29 जून, 2018 से प्रभावी माना जाएगा। अगस्त 2016 से नवंबर 2018 तक उनके खेल परिणाम भी अयोग्य घोषित किए गए। जिसके चलते एशियाई चैंपियनशिप में 4x400 रिले जीत और 400 मीटर दौड़ के सभी पदक उन्होंने खो दिए।
इससे पहले युवा भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ की डोपिंग रिपोर्ट ने भी काफी लोगों को चौंकाया था। इसी साल प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का दोषी पाए जाने के चलते उन पर बीसीसीआई ने 8 माह का बैन ठोक दिया था। शॉ ने 22 फरवरी, 2019 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान अपना सैम्पल दिया था, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ के अंश पाए गए थे। इसके चलते उन पर 16 नवंबर तक क्रिकेट से बैन लगाया गया है।