नई दिल्लीः जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा भारत में खेलों के मामले में इस समय शायद सबसे लोकप्रिय पर्सनलिटी हैं। ओलंपिक चार साल में एक बार आता है और भारत में एथलेटिक्स को अभी बाकि प्लेटफॉर्म पर उतना देखा-समझा नहीं जाता, वर्ना नीरज की लोकप्रियता लॉन्ग टर्म में विराट कोहली से पार जाने का दम रखती है।
नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लंबे एथलेटिक्स गोल्ड के इंतजार को समाप्त कर दिया। वे अब कुछ समय एक्शन से दूर रहेंगे क्योंकि उन्होंने गुरुवार को अपने 2021 सीजन को पैक शेड्यूल और बीमारी के कारण समाप्त करने का फैसला किया है।
नीरज ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा, "यात्रा के व्यस्त कार्यक्रम और बीमारी का मतलब है कि मैं टोक्यो के बाद से प्रशिक्षण फिर से शुरू नहीं कर पा रहा हूं..."।
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नीरज आगे लिखते हैं- "सभी देशवासियों का बहुत बहुत धन्यवाद कि आप सब ने इतना प्यार और सम्मान दिया है मुझे Tokyo Olympics से लौटने के बाद। ये मेरे लिए बेहद गर्व की बात हैं कि मैंने हमारे देश का तिरंगा Olympics के स्टेज पर लहराया और देश के लिए एक मेडल जीता।
तबियत खराब होने और ट्रैवल की वजह से मेरी ट्रेनिंग की शुरुआत नही हो पा रही, जिसके चलते मैने और मेरी टीम ने इस साल का सीजन रोकने का निर्णय लिया है।
देश के सभी कोनो से एथलेटिक्स के प्रति रुचि को देख कर बहुत अच्छा लग रहा है और आप सभी से अनुरोध है कि आगे भी ऐसे ही देश के एथलीट्स को सपोर्ट करते रहे। जय हिंद"
चोपड़ा ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय बन गए थे, जब उन्होंने टोक्यो में फाइनल में 87.58 मीटर के दूसरे राउंड थ्रो में यह मार्क हासिल किया था।
23 वर्षीय चोपड़ा देश लौटने के बाद से व्यस्त कार्यक्रम में हैं, जिससे वह थक गए हैं। उन्हें हल्का बुखार भी आया था।
नीरज फिर एक अनचाहे विवाद में फंसते दिख रहे थे लेकिन उन्होंने बहुत जल्द ही खुद का रूख स्पष्ट कर दिया और साबित किया कि एक एथलीट बेकार की चीजों में उलझना नहीं चाहता। नीरज ने एक इंटरव्यू में बताया था पाकिस्तान के अरशद नदीम ने उनका भाला ले लिया था जिसके चलते वे अपनी पहली थ्रो जल्दबाजी में कर पाए।
इसके बाद कयास लगाए गए कि नदीम ने ऐसा क्यों किया, क्या कोई चालबाजी थी या फिर कुछ और वजह? खबरें खूब नमक-मिर्च से बनती रहती लेकिन नीरज ने साफ कहा कि वे किसी भी गंदे एजेंडा का हिस्सा नहीं बनेंगे और अरशद नदीम के इरादों में कोई कमी नहीं थी, क्योंकि थ्रो इवेंट में जितनी भी जेवलिन रैक पर रखे होते हैं उनको कोई भी एथलीट इस्तेमाल कर सकता है। नीरज ने बताया कि यही नियम है, इसलिए नदीम ने कुछ भी गलत नहीं किया।