नई दिल्ली। खिलाड़ी मैदान पर अपनी कड़ी मेहनत और निष्ठा से अपने सपनों को साकार करने की इच्छा पालता है।उसकी मेहनत को सही दिशा और सपनों को साकार करने में मदद उसके कोच से ही मिलती है। सोचिए अगर कोच ही ना रहे तो ख्वाब बुनने के इस सिलसिले को आगे कौन बढ़ा सकता है।
कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महिला बाग में जहां शारीरिक शिक्षक व सेपक तकरा कोच राजेन्द्रसिंह का तबादला कर दिया गया।30 जुलाई तिथि से जारी आदेश में राजेन्द्रसिंह का तबादला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय डोली लूणी कर दिया गया।अब सेपक तकरा खेल के लिए बनाया प्रदेश का एकमात्र इनडोर स्टेडियम अब बंद हो गया है।खिलाड़ियों का कहना है कि महिला बाग स्कूल में राजस्थान का एकमात्र नि:शुल्क सेपक तकरा प्रशिक्षण सेंटर चलता है। इस तबादले के बाद प्रदेशभर से आने वाले खिलाड़ियों के लिए कोई कोच नहीं रहेगा।
राजेंद्र सिंह के आने से सुधरा प्रदर्शन:
खिलाड़ियों का कहना है कि कोच राजेंद्र सिंह के सानिध्य में खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी सुधरा है। उनके आने से चीजें अच्छी हुई हैं।साल 2015 में राजेन्द्रसिंह के आने के बाद सीनियर व जूनियर के सभी खिलाड़ियों ने कई अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय खेलों में पदक अपने नाम किए।
आंदोलन की धमकी:
एक कार्यक्रम के दौरान में अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (विधि) अशोक विश्नोई का खिलाड़ियों ने घेराव किया। विश्नोई ने खिलाड़ियों को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम व उपनिदेशक माध्यमिक से मिलने के लिए कहा। खिलाड़ियों ने कहा कि उनके भविष्य के मद्देनजर शारीरिक शिक्षक का तबादला निरस्त किया जाए अन्यथा आंदोलन किया जाएगा।