गावस्कर के अनुसार टीम के खिलाडि़यों में अभ्यास की कमी साफ दिखाई दी। जिससे कि हाथ आये कई मौकों का टीम लाभ नहीं उठा सकी। इस हार के बाद अब टीम का एशिया कप के फाइनल में पहुंचना लगभग मुश्किल ही है। इस तरह से अगर देखें तो पिछली तीन सीरीज में टीम सिर्फ बांग्लादेश को ही हरा पाई है।
गावस्कर ने विराट कोहली की तारीफ की और कहा कि एक युवा कप्तान को जैसे टीम का नेतृत्व करना चाहिए, कोहली ने वैसे ही किया। उन्होने टीम के रिर्सोसेज का बेहतर ढंग से इस्तेमाल किया। उनकी कप्तानी की काफी सम्भावनाएं हैं। टीम को कड़ी मेहनत करनी होगी। गौर हो कि पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में रोहित शर्मा, अंबाती रायुडू और रवींद्र जडेजा ने अर्द्धशतक लगाये लेकिन टीम को हार का सामना करना पड़ा। पाक के खिलाफ मैच आखिरी ओवर तक गया। गावस्कर का कहना है कि टीम को 20 रन और बनाने चाहिए थे।
एशिया कप से पहले भारत ने तीन वनडे मैचों की सीरीज दक्षिण अफ्रीका में खेली, जिसमें उसे 2-0 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया को 4-0 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं एशिया कप के तीन मैचों में टीम एक ही जीत सकी। इस दौरे पर टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी फिटनेस कारणों से नहीं गये।
दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में हारने के बाद भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा था कि धोनी को रिश्क लेने की जरूरत है, वह बहुत ज्यादा रक्षात्मक हो जा रहे हैं।