बाद एक वक्त ऐसा भी आया था
उन्होंने बताया कि 2012 के ओलिंपिक के बाद एक वक्त ऐसा भी आया था, जब वह डिप्रेशन में चले गए थे और आत्महत्या के बारे में सोचने लगे थे। सिकागो में एक मेंटल हेल्थ कॉफ्रेंस में हिस्सा लेने पहुंचे फेल्प्स ने बताया कि वह किस तरह डिप्रेशन से बाहर निकल सके।
एक बार मैंने खुद को एक रूम में बंद कर लिया था
32 वर्षीय माइकल फेल्प्स ने बताया- 'हर ओलिंपिक के बाद मुझे लगता था कि मैं गहरे अवसाद चला गया हूं। एक बार मैंने खुद को एक रूम में बंद कर लिया था और 4 दिन तक बिना खाए और सोया रहा। उस वक्त मैं खेल में हिस्सा नहीं लेना चाहता था और जीना भी नहीं चाहता था।'
डिप्रेशन की वजह से ही मैं ड्रग और अल्कोहल की चपेट में आ गया
लंदन ओलिंपिक में 4 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले फेल्प्स ने बताया कि डिप्रेशन की वजह से ही मैं ड्रग और अल्कोहल की चपेट में आ गया। बता दें कि फेल्प्स ने ओलिंपिक करियर का पहला गोल्ड मेडल 2004 में एथेंस में जीता था।
दो बार नशे में ड्राइविंग करने के चलते जेल जा चुके
दो बार नशे में ड्राइविंग करने के चलते जेल जा चुके फेल्प्स पेइचिंग ओलिंपिक-2008 में वर्ल्ड रिकॉर्ड 8 गोल्ड मेडल जीतने के बाद स्मोकिंग करते हुए भी देखे गए थे। हालांकि फेल्प्स ने खुद को अवसाद से उबारने के लिए मेडिटेशन का सहारा लिया।