नहीं ली थी राष्ट्रीय कोच की मदद
मनिका को उम्मीद थी कि वो भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतेगीं। लेकिन मनिका इन उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। जब मनिका खेल रही थी, तो उसने राष्ट्रीय कोच की मदद नहीं ली। इस बार उनकी प्राइवेट ट्रेनर टोक्यो पहुंचे थे। लेकिन आयोजकों ने उन्हें कार्यक्रम स्थल तक नहीं जाने दिया। सौम्यदीप रॉय भारत के राष्ट्रीय कोच हैं। रॉय ने 2016 राष्ट्रमंडल खेलों में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था और उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
रॉय एकमात्र कोच थे जिन्हें टेबल टेनिस खिलाड़ियों के साथ जाने की अनुमति थी। लेकिन मनिका अपने निजी कोच सन्मय परांजपे के साथ टोक्यो गई थीं, लेकिन उन्हें मनिका के साथ अभ्यास करने का मौका नहीं दिया गया और आयोजकों द्वारा प्रवेश से भी इनकार कर दिया गया जहां मैच होना था। उसके बाद देखा गया कि जब प्रतियोगिता शुरू हुई तो मनिका ने राष्ट्रीय कोच रॉय की मदद नहीं ली। मनिका के इस व्यवहार से टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया निराश दिखा।
अब होगी मनिका पर कार्रवाई
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव अरुण कुमार बनर्जी ने टोक्यो से पीटीआई-भाषा से कहा, "कार्यकारी बोर्ड जल्द ही बैठक करेगा और इस अनुशासनहीनता के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई पर फैसला करेगा। यह देखा जाना बाकी है कि टीटीएफआई अपने हाई-प्रोफाइल खिलाड़ी के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है, लेकिन यह तय है कि राष्ट्रीय शिविरों के लिए अखिल भारतीय खिलाड़ियों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी जाएगी। इसलिए अगले कुछ दिनों में मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी।" बनर्जी ने कहा, "मनिका ने अच्छा खेला और हमें उसकी उपलब्धियों पर गर्व है, लेकिन रॉय को अपने साथ न रखकर उसने गलत किया।"
सोफिया से मिली थी करारी हार
गाैर हो कि मनिका से मेडल की उम्मीद थी, लेकिन तीसरे राउंड में उसका बेहद खराब प्रदर्शन दिखा। एक समय भी नहीं लगा कि वो जीत के लिए खेल रही हैं। उन्हें ऑस्ट्रिया की सोफिया पोल्कानोवा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। मनिका को 4-0 से हार मिली। सोफिया के खिलाफ मनिका बेरंग दिखाई दीं। यह मुकाबला सिर्फ 27 मिनट चला। मनिका ने खेलों से पहले सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर में केवल तीन दिनों के लिए भाग लिया था, जबकि शिविर तीन सप्ताह से अधिक समय तक चला था।