गाैर हो कि कोरोना काल जैसे चुनौती परिस्थिति में बाक ने साहस से काम किया। यही कारण है कि उन्हें अब एक बार फिर यह जिम्मेदारी साैंपी गई है। अक्ष्यक्ष बनने के माैके पर बाक ने बयान देते हुए कहा, "मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया दिल से करता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा बनाए रखा। मेरे लिए यह कई सुधारों और उन कई कठिन निर्णयों को देखते हुए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है।"
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थाॅमस बाक ने आगे कहा, "आपके लिए ही मैं पहले अक्ष्यक्ष बना था और यह सोच मेरे दूसरे कार्यकाल में भी जारी रहेगी। मेरा दिल व दरवादे हमेशा आप लोगों के लिए खुले हैं। मैं उम्मीद करता हूं आपकी प्रतिबद्धता और दोस्ती अगले चार साल भी कायम रहेगी।"
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वहीं एथेंस में आयोजित हुए सत्र के दौरान 30 से ज्यादा आईओसी सदस्यों ने बाक की तारीफ की है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तलवारबाजी में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले 66 वर्षीय बाक 37 वर्ष की उम्र में आईओसी के सदस्य बने थे और अध्यक्ष बनने से पहले वह 11 साल तक उपाध्यक्ष रहे थे। बाक सात वर्ष पहले ब्यूनस आयर्स में दूसरी राउंड की वोटगि में जैक रोग को पीछे छोड़ते हुए आईओसी के अध्यक्ष बने थे।
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