नई दिल्लीः भारत के लिए 29 जुलाई का दिन बहुत शानदार रहा है। पीवी सिंधु, हॉकी टीम के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के बाद भारत के तीरंदाज अतुन दास ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
अतनु ने चाइजीन ताइपे देंग यू-चेंग के खिलाफ अपने 1/32 एलीमिनेशन राउंड की शुरुआत की और उन्होंने 4-0 से खुद को आगे कर लिया लेकिन उसके बाद देंग यू-चेंग ने वापसी करते हुए स्कोर 4-4 कर दिया और एक सेट खेला जाना बाकी था।
अतनु ने अंतिम क्षणों में किसी तरह की कोई चूक नहीं की और यह मुकाबला 6-4 से जीतते हुए 1/16 एलीमिनेशन राउंड में खुद को पहुंचा दिया, जहां पर उनका मुकाबला ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट कोरिया के ओह जिन-हाइक से हुआ। जिन-हाइक ने 2012 के लंदन ओलंपिक में व्यक्तिगत और टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।
जाहिर है यह एक बड़ा मुकाबला होने जा रहा था और ऐसा हुआ भी। अतनु दास शुरुआती सेट को हार गए क्योंकि यहां पर अंको का अंतर 25-26 था। दूसरे सेट में भी कांटे का मैच हुआ और यह 27-27 अंको के साथ टाई हो गया। तीरंदाजी में टाई सेट होने पर एक अंक दोनों में बांट दिया जाता है। ऐसे में अतनु अब 2-0 की जगह पर 1-3 से पीछे थे और यहां से भी वापसी के लिए भारतीय तीरंदाज को शानदार प्रयास करने की जरूरत थी।
यहां तक तीसरा सेट भी कमाल का गया क्योंकि स्कोर फिर से 27-27 का रहा और दांतों तले अंगुली दबाने वाला संघर्ष शुरू हो चुका था, दीपिक कुमारी स्टेंड में बैठी हुईं पति की जीत के लिए चीयर्स कर रही थीं। स्कोर इस समय अतुन के खिलाफ 2-4 था लेकिन यहीं से पासा पलटा और चौथे सेट में भारतीय तीरंदाज ने बुल्स आई पर हिट करते हुए स्कोर को 4-4 कर दिया। यह एक ऐतिहासिक वापसी का संकेत था।
पांचवां सेट फिर से टक्कर का गया और स्कोर 5-5 हो गया। ऐसा लगा जैसे इस मैच का कोई अंत नहीं है क्योंकि दोनों ही तीरंदाजों में कोई हार नहीं मानना चाहता था। अब फैसला शूटआउट के हाथों में था जिसने तय करना था कि अंतिम 16 एलीमिनेशन राउंड में कौन जीतेगा।
यहां पर अतनु ने कोई गलती नहीं और वे शूटआउट में सफलता हासिल करते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए।