टोक्योः भारत के टॉप रैंक के पुरुष तीरंदाज अतनु दास गुरुवार की सुबह टोक्यो ओलंपिक में अपने करियर की सबसे बड़ी जीत में एक दर्ज कर गए। 29 वर्षीय आर्चर ने लंदन ओलंपिक चैंपियन और दक्षिण कोरियाई दिग्गज जिन हायक को रिकर्व राउंड ऑफ 32 में चौंका दिया।
असल में इससे पहले अतनु दास ने रैंकिंग राउंड को खराब तरीके से समाप्त किया और अब उनको मुश्किल मुकाबले मिलने थे, लेकिन शायद वे इसके लिए तैयार भी थे। पहला बड़ा टेस्ट 32 के राउंड के रूप में जल्दी आया जब उन्होंने कोरियाई दिग्गज का सामना किया।
लेकिन अतनु दास ने कोरियाई महान आर्चर की उस मौके पर आई खराब फॉर्म का भरपूर फायदा उठाया और एक रोमांचक गेम में भारतीय तीरंदाज ने उन्हें शूट-ऑफ पछाड़ दिया।
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भारतीय तीरंदाज खुशी से झूम उठे और उन्होंने अपनी पत्नी और विश्व की नंबर 1 महिला रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी की ओर देखा, जो पति का मैच देखने के लिए स्टैंड में मौजूद थीं।
शूट-ऑफ को याद करते हुए अतनु ने कहा: "यह एक तनावपूर्ण क्षण था। मैंने पहले भी शूट-ऑफ का सामना किया है। मुझे पता था कि वह पहले शूटिंग कर रहा था, और अगर वह नौ शूट करेगा, तो मैं जीत सकता हूं।
उन्होंने कहा, "मैंने बस अपना ध्यान बनाए रखने की कोशिश की। यह एक तनावपूर्ण क्षण था, जीत या हार की स्थिति थी। इसलिए मैं सिर्फ जीत के लिए गया।"
अतनु ओलिंपिक में अब तक 16 के राउंड से आगे नहीं बढ़ पाए हैं। रियो खेलों में अतनु ने रैंकिंग राउंड में प्रभावशाली 5वां स्थान हासिल किया लेकिन 16वें राउंड में लड़खड़ा गए।
उन्हें अब एक और कठिन परीक्षा का सामना करना होगा क्योंकि वह जापान के फुरुकावा ताकाहारू से भिड़ेंगे, जो लंदन खेलों के रजत पदक विजेता हैं।
भारत की ओर से तीरंदाजी के पहले पदक विजेता बनने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अतनु ने कहा, "हम सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं, देखते हैं क्या होता है।"