टोक्यो: ओलंपिक में भारतीय शूटरों की परफॉर्मेंस बेहद खराब रही है और 10 मीटर एयर पिस्टल व 10 मीटर एयर राइफल के इवेंट बिना किसी मेडल के समाप्त हो गए हैं। बड़ी चकाचौंध के साथ टोक्यो ओलंपिक में सितारों का दर्जा लेकर उतरे भारतीय शूटर विश्व के महान खिलाड़ियों के सामने पानी भरते नजर आए। यह साफ पता लगा कि कम उम्र के यह शूटर वैश्विक महामंच का दबाव झेलने की मानसिक स्थिति में नहीं है। इन सब घटनाक्रम ने नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया को भी हैरान कर दिया है।
वैसे तो 20 ओलंपिक में भारत के अभी कुछ और इवेंट्स भी रहते हैं लेकिन यह सरकारी संस्था इस बात को सुनिश्चित करने का वादा कर चुकी है कि वह पता लगाएंगे शूटिंग में आखिर क्या गड़बड़ हुई है। एनआरआई के प्रेसिडेंट रनींद्र सिंह ने माईखेल से बात करते हुए बताया, "मैं किसी तरह का बहाना नहीं देना चाहूंगा लेकिन अगर आप मनु भाकर, सौरभ चौधरी जैसे शूटरों को देखते हैं तो उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे कई खिताबों में शानदार परफॉर्मेंस किया है लेकिन टोक्यो में जो हुआ है उसने हमें झकझोर कर रख दिया है और हम इसका रिव्यु करेंगे और जितना जल्दी हो सके जरूरी कदम उठाएंगे।"
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वैसे रनींद्र इस चीज के लिए तैयार नहीं है कि असफलता का सारा ठीकरा शूटिंग एथलीट के ऊपर फोड़ दिया जाए। क्योंकि उनका कहना है यह खिलाड़ी इतने बड़े इवेंट का प्रेशर झेलने के लिए बहुत युवा है। उनका कहना है कि केवल यही कारण है जो उनको समझ में आता है क्योंकि सरकार ने जितना संभव था उतनी सुविधाएं उनको दी। उन्होंने बताया कि रियो गेम्स 2016 के बाद भी इसी तरह के असेसमेंट किए गए थे और अब टोक्यो ओलंपिक के बाद भी यही किए जाएंगे।
जब उनसे पूछा गया कि क्या टोक्यो ओलंपिक के बाद कोचिंग स्टाफ को लेकर किसी तरह का कोई बदलाव किया जाएगा? उन्होंने कहा, "अभी हमारे पास कुछ और भी इवेंट शूटिंग में बाकी है। हमें इंतजार करना होगा कि उनमें क्या होता है। हम निश्चित तौर पर कोचिंग स्टाफ पर भी नजर बनाए रखेंगे और जो भी सुधार करने के लिए जरूरी होगा वह करेंगे। कोच और खिलाड़ियों के बीच में कुछ अंदरूनी मामले थे लेकिन वे ओलंपिक से पहले थे और जब टीम क्रोएशिया और टोक्यो गई तो एक परिवार की तरह ही गई क्योंकि सभी मुद्दे सुलझा लिए गए थे।"
असल में रविंदर का इशारा यहां पर भारत की जानी-मानी शूटर मनु भाकर और देश के पूर्व दिग्गज शूटर जसपाल राणा के बीच के मतभेद पर है। जसपाल राणा इस समय कोचिंग की भूमिका निभाते हैं लेकिन इस समय टोक्यो में नहीं आए हैं क्योंकि भारत के पूर्व शूटर रौनक पंडित ने कोच की जिम्मेदारी संभाल ली है।