नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर भारतीय खेलों में इतिहास रच दिया है और एथलेटिक्स में देश के लिये गोल्ड मेडल जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी बन गये हैं। उनकी इस कामयाबी पर सारा देश जश्न मनाता नजर आया तो वहीं पर हरियाणा, पंजाब की सरकारों के अलावा बीसीसीआई और सीएसके की टीम ने भी उनके लिये करोडों के ईनाम का ऐलान किया है। इस बीच इंडिगो एयरलाइन्स ने 13 साल बाद भारत के लिये पहला पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को अनलिमिटेड फ्री ट्रैवल देने का ऐलान किया है।
एयरलाइन्स ने साफ किया है कि देश के लिये भालाफेंक प्रतिस्पर्धा में ओलंपिक का गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा के सम्मान में इंडिगो एयरलाइन्स ने इस खिलाड़ी को एक साल के अनलिमिटेड फ्री ट्रैवल देने का फैसला किया है। यह ऑफर 8 अगस्त 2021 से 7 अगस्त 2022 तक के लिये लागू रहेगा।
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इंडिगो एयरलाइंस के सीईओ और सार्वकालिक निदेशक रोनोजॉय दत्ता ने कहा,'नीरज, हम सभी आपकी इस बेशकीमती उपलब्धि के बारे में जानकार खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। आपने देश को गर्वान्वित किया है और मुझे यकीन है कि इंडिगो के कर्मचारी आपको फ्लाइट में अपने साथ देखकर सम्मानित महसूस करेंगे। हम अपने दिल की गहराइयों से आपका शुक्रिया अदा कर रहे हैं और आपको एक साल के लिये इंडिगो के फ्लाइट में कहीं भी यात्रा करने के लिये फ्री ट्रैवल का ऑफर देते हैं। आपने हमें दिखाया है कि कड़ी मेहनत, जुनून और दृढ़ मेहनत से क्या हासिल किया जा सकता है और मुझे यकीन है कि आपका यह प्रदर्शन हमारे आने वाले एथलीटस के लिये प्रेरणा का स्त्रोत बनेगा। वेल डन नीरज।'
भारत के 130 करोड़ लोगों के लगभग एक सदी से लंबे चले आ रहे इंतजार को खत्म करने के लिये इस 23 वर्षीय खिलाड़ी को एक थ्रो लगा और देश का सपना साकार हो गया। नीरज चोपड़ा ने इस ऐतिहासिक फाइनल मैच के पहले प्रयास में 87.03 मीटर की दूरी तय की और इतनी बढ़त हासिल की वो टॉप पर बरकरार रहें। अपने पहले थ्रो से मिले आत्म-विश्वास के जरिये चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर की दूरी तय की और करोड़ों भारतीय के सपने को सच कर दिया।
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चोपड़ा ने मैच के बाद कहा,'क्वालिफिकेशन राउंड में मैंने अच्छा खासा थ्रो फेंका था जिस कारण मुझे पता था कि मैं फाइनल में इससे बेहतर कर सकता हूं, हालांकि मुझे यह नहीं पता कि यह गोल्ड होगा।'
जहां नोर्मन प्रिचर्ड के 1900 में हासिल किये 200 मीटर के डबल सिल्वर मेडल को भारत के ही खाते में गिना जाता है तो वहीं पर भारत इसे आजादी से पहले ब्रिटेन का मानता है और एथलेटिक्स के इतिहास में शनिवार से पहले कभी पदक नहीं जीता था। चोपड़ा से पहले भारत के पास ओलंपिक के इंडिविजुअल इवेंट में सिर्फ अभिनव बिंद्रा ने ही गोल्ड मेडल जीता था जिन्होंने 2008 के बीजिंग गेम्स में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल किया था।