तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

Tokyo 2020: जानिए कितनी है भारत में एक ओलंपिक गोल्ड मेडल की कीमत

नई दिल्लीः जैसे क्रिकेटरों को ट्रॉफी से बड़ा लगाव होता है वैसे ही एथलेटिक्स में मेडल का महत्व होता है। ओलंपिक जैसी प्रतियोगिता के आते ही मेडल की बात ही अलग होती है। यहां गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल के इर्द-गिर्द खिलाड़ी की उपलब्धियां घूमती रहती हैं। तीन मेडल होते हैं पर असली तिलिस्म गोल्ड का ही है जिसको तोड़ने के लिए दुनिया के बेस्ट खिलाड़ी आपस में कंपटीशन करते है। ऐसे ही टॉप के कंपटीशन को वैश्विक मंच देने का नाम ओलंपिक है।

ओलंपिक गोल्ड मेडल का तिलिस्म-

ओलंपिक गोल्ड मेडल का तिलिस्म-

ओलंपिक का गोल्ड एक खिलाड़ी के लिए जिंदगी भर की निशानी होता है। ऐसे कई महान खिलाड़ी भी हुई हैं जिन्होंने कई-कई गोल्ड को हासिल किया, फिर भी इस पदक का जादू उनके लिए कभी फीका नहीं पड़ा।

अपने दांतों में पदक को दबाए एथलीट की मुस्कान उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी को बयां कर रही होती है। क्या आपने कभी सोचने का प्रयास किया कि एक ओलंपिक गोल्ड मेडल की कीमत कितनी होती होगी? अगर नहीं तो ये आर्टिकल आपकी कईं जिज्ञासाओं को शांत करेंगा।

Tokyo 2020: सिंधु से सानिया मिर्जा, यहां देखें टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीटों की पूरी लिस्ट

32 किलो सोना लगा है गोल्ड मेडल बनाने में-

32 किलो सोना लगा है गोल्ड मेडल बनाने में-

सबसे पहले बता दें कि ओलंपिक में ऐसा पहली दफा होने जा रहा है जब मेडल पुराने इलैक्ट्रॉनिक गैजेट को रिसाइकिल करने बनाए गए हैं। इसके लिए जापानी लोगों ने अपने दिल खोल दिया है क्योंकि उन्होंने मेडल बनवाने के लिए अपने करीब पुराने 62 लाख मोबाइल फोन दान कर दिए। यानी मोबाइल जैसे इलैक्ट्रोनिक गैजेट को इकठ्ठा किया गया फिर उनसे काम के पार्ट्स निकाले गए और फिर मशीनों से रिसाइकिल करके काम के मैटेरियल को ओलंपिक पदक के हिसाब से तब्दील किया गया। इसके अलावा गोल्ड मेडल्स को बनवाने में 32 किलो सोना लगा है।

एक मेडल का वजन आधी किलो से ज्यादा-

एक मेडल का वजन आधी किलो से ज्यादा-

ओलंपिक गोल्ड मेडल का वजन 556 ग्राम है। सिल्वर पदक का वजन 550 ग्राम और ब्रॉन्ज का वजन 450 ग्राम होता है।

भारत में सोने की मौजूदा कीमत के हिसाब से एक एथलीट को गोल्ड मेडल के लिए 26 लाख रुपये से ज्यादा मिलना चाहिए। हालांकि, ऐसा नहीं है, क्योंकि खिलाड़ी गोल्ड मेडल बेचने जाता है तो उसे सिर्फ 65,790 रुपये ही मिलेंगे। तो हो गई ना अजीब बात..!

मेडल की कीमत में छुपा है झोल-

मेडल की कीमत में छुपा है झोल-

आप सोच रहे होंगे कि अगर गोल्ड मेडल का वजन 556 ग्राम है तो इसकी कीमत इतनी कम क्यों है? आइए बताते हैं ऐसा क्यों हैं। ओलंपिक गोल्ड मेडल के 556 ग्राम में केवल 6 ग्राम सोना और 550 ग्राम चांदी होती है। इसलिए सोने की कीमत 28,500 रुपये होगी और पदक में लगी चांदी की कीमत भारत में मौजूदा कीमत के अनुसार 37,290 रुपये होगी। तो, स्वर्ण पदक की कुल कीमत 65,790 रुपये होगी।

टोक्यो ओलंपिक 2021 में ये मेडल एक खास बॉक्स में दिए जाएंगे। इन बक्सों को लकड़ी के बने एक विशेष खोल (शैल) में दिया जाएगा। शैल जापानी डिजाइनरों द्वारा पारंपरिक और आधुनिक डिजाइनों को मिलाकर बनाया गया है। प्रत्येक बॉक्स का एक अलग पैटर्न होता है।

Story first published: Wednesday, July 21, 2021, 13:56 [IST]
Other articles published on Jul 21, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X