कमलप्रीत के बाद नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स फाइनल में जगह बनाई-
यह एथलेटिक्स में भारत के लिए इस ओलंपिक का दूसरा गौरवशाली क्षण है। इससे पहले भारत की कमलप्रीत कौर ने महिलाओं के डिस्कस थ्रो में डायरेक्ट फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया था। हालांकि वह फाइनल में छठे स्थान पर रहीं थी। अब नीरज चोपड़ा से फाइनल में बड़ी उम्मीदे हैं।
पदक के दावेदार नीरज चोपड़ा ने बुधवार को 86.65 मीटर के शानदार पहले प्रयास के साथ,अपने पहले ओलंपिक में भाग लेते हुए, फाइनल राउंड में जगह बनाने में कुछ ही सेकंड का समय लिया क्योंकि वे ग्रुप ए क्वालीफिकेशन के दौरान 83.50 मीटर के क्वालीफाइंग मार्क से काफी आगे निकल गए।
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फाइनल मुकाबला-
पुरुषों का भाला फेंक फाइनल मुकाबला 7 अगस्त को होगा, जहां आप नीरज चोपड़ा को एक्शन में देख पाएंगे। ये मैच भारत की टाइमिंग के हिसाब से शाम में साढ़े चार बजे होगा।
नीरज चोपड़ा के लिए टोक्यो ओलंपिक की तैयारी बहुत आसान नहीं थी। कोरोना के चलते कई सारे कंपटीशन नहीं हुए। लेकिन चोपड़ा के लिए यूरोप मे जाना और वहां कुछ इवेंट खेलना काफी अच्छा रहा। वे बेहतर शेप में जापान आए। वह 26 जून को फिनलैंड में कुओर्टेन खेलों में 86.79 मीटर के प्रदर्शन के साथ कांस्य जीतकर आ रहे हैं। इस प्रतियोगिता में कई अन्य दिग्गज भी शामिल थे। जर्मन के जोहान्स वेटर ने 93.59 मीटर के विशाल थ्रो के साथ प्रतियोगिता जीती।
खत्म हो सकता है ट्रैक एंड फील्ड में भारत का सूखा-
यूरोप में तैयारियों के दौरान चोपड़ा ने तीन कार्यक्रमों में भाग लिया - पुर्तगाल, स्वीडन और फिनलैंड में।
ओलंपिक में अब तक भारत ने कुछ पदक जीते हैं लेकिन कोई भी भारतीय एथलीट ट्रैक एंड फील्ड में मेडल नहीं जीत पाया है। क्या नीरज इस सूखे को समाप्त कर पाएंगे? चुनौती बड़ी है लेकिन नीरज के पास वो क्षमता है जो भारतीय खेलों में नया चैप्टर खोलने का काम कर सकें। नीरज से भी इसलिए भी बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि भारत के दूसरे भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह क्वालिफिकेशन राउंड से बाहर हो गए हैं।