तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

Tokyo 2020: पैरालंपिक्स में विनोद कुमार से छिन सकता है उनका ब्रॉन्ज मेडल, जानें क्यों होल्ड किया गया रिजल्ट

Tokyo paralympics
Photo Credit: Twitter

नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे पैरालंपिक्स गेम्स में रविवार को भारत के लिये डिस्कस थ्रोअर विनोद कुमार ने एशियन रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत के लिये ब्रॉन्ज मेडल जीतने का कारनामा किया, हालांकि कुछ समय बाद ही स्पोर्टस अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सूचित किया है कि इस इवेंट के रिजल्ट को होल्ड पर डाल दिया गया है और फिलहाल विनोद कुमार के खाते में कोई पदक नहीं है। दरअसल विनोद कुमार ने जिस पैरा एथलीट वर्ग एफ52 के तहत इस इवेंट में हिस्सा लिया उसमें ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद विनोद कुमार के वर्गीकरण को लेकर आपत्ति जताई गई, जिसके बाद पैरालंपिक खेलों के टेक्निकल डेलिगेशन ने आयोजन समिति को रिजल्ट होल्ड पर डालने के फैसले से अवगत कराया।

और पढ़ें: 'हार न मानने के जज्बे को सलाम', पैरालंपिक्स में निषाद के सिल्वर मेडल जीतने पर पीएम-राष्ट्रपति ने दी बधाई

इस समिति ने भारतीय दल को आधिकारिक रूप से सूचित किया है कि पुरुषों का F52 डिस्कस इवेंट का रिजल्ट फिलहाल क्लासिफिकेशन के चलते रिव्यू किया जा रहा है, जिसके बाद ही यह फैसला लिया जायेगा कि विनोद कुमार को उनका ब्रॉन्ज मेडल दिया जायेगा या नहीं। अगर तकनीकी समिति विनोद कुमार के क्लासिफिकेशन में कोई त्रुटि पाती है तो उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया जायेगा और पदक चौथे स्थान पर रहे खिलाड़ी को चला जायेगा।

और पढ़ें: जानें कौन हैं ब्रॉन्ज मेडलिस्ट विनोद कुमार, जिसने मुश्किलों से उबर कर सिर्फ 5 सालों में रच दिया इतिहास

पैरालंपिक्स से पहले दोबारा हुआ था विनोद का क्लासिफिकेशन

पैरालंपिक्स से पहले दोबारा हुआ था विनोद का क्लासिफिकेशन

उल्लेखनीय है कि विनोद कुमार को साल 2019 में अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति ने पहली बार 2 साल के लिये F52 कैटेगरी के लिये मान्यता दी थी, जिसके बाद विश्व पैराएथलेटिक चैम्पियनशिप में चौथे पायदान पर रहते हुए उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक्स का टिकट कटाया था। हालांकि जब 2020 में पैरालंपिक खेलों को कोरोना वायरस के चलते टालना पड़ा तो आईपीसी की ओर से दी गई समयसीमा भी समाप्त हो गई।

ऐसे में जब पैरालंपिक्स खेलों का हिस्सा बनने से पहले उन्हें एक बार फिर से आईपीसी के सामने जाकर पुनर्वर्गीकरण कराना पड़ा। आईपीसी ने विनोद कुमार F52 के तहत वर्गीकृत किया जिसके बाद वो पैरालंपिक्स खेलों का हिस्सा बन पाये। हालांकि विनोद कुमार के ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर एथलीट ने आपत्ति दर्ज कराई और रिजल्ट को होल्ड कर दिया गया।

भारतीय दल को पदक मिलने का विश्वास

भारतीय दल को पदक मिलने का विश्वास

हालांकि भारतीय दल को पूरा विश्वास है कि विनोद कुमार के खाते में ही डिस्कस थ्रो का ब्रॉन्ज मेडल आयेगा। भारतीय दल के डिप्टी चीफ कमीशन अर्हन बागाती ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए इस पर अपनी राय दी है।

उन्होंने कहा,'4 दिन पहले ही आईपीसी ने विनोद कुमार का क्लासिफिकेशन किया है। मैं इस प्रक्रिया के दौरान वहीं पर मौजूद था। 3 पैरालंपिक्स क्वालिफायर्स ने विनोद कुमार को F52 वर्ग में क्लासिफाई किया था और हमें पूरा भरोसा है कि पदक उन्ही के पास ही रहेगा। फिलहाल एक एथलीट के आपत्ति जताने पर रिजल्ट को क्लासिफिकेशन रिव्यू के चलते होल्ड पर डाल दिया गया है।'

जानें कैसा था विनोद का प्रदर्शन

जानें कैसा था विनोद का प्रदर्शन

गौरतलब है कि विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो इवेंट के अपने 6 प्रयासों में 17.46 मी, 18.32 मी, 17.80, 19.12 मी, 19.91 मी और 19.81 मीटर का थ्रो किया। पोलैंड के पियोट्र कोसेविक्स ने 20.02 मीटर का थ्रो फेंककर इस प्रतियोगिता का गोल्ड मेडल जीता था तो वहीं पर क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडर ने 19.98 मी थ्रो कर सिल्वर अपने नाम किया।

आपको बता दें कि रविवार को पैरालंपिक खेलों में विनोद कुमार के अलावा निषाद कुमार ने हाई जंप और भवानी पटेल ने टेबल टेनिस में देश के लिये सिल्वर मेडल जीते हैं।

Story first published: Sunday, August 29, 2021, 22:21 [IST]
Other articles published on Aug 29, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X