नई दिल्ली। ओलंपिक में पहली बार भारत ने तलवारबाजी में दम दिखाया। भारत के लिए तलवारबाजी में भवानी देवी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। भवानी ने जीत के साथ शुरूआत की। वह पहली भारतीय बनीं जिन्होंने ना सिर्फ ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया बल्कि अपना पहला मैच भी जीता। 27 साल की भवानी देवी ने अपने पहले मैच में जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हरा दिया है। लेकिन अगले ही मैच में उन्हें हार मिल गई। हार के बाद भवानी का दर्द छलका और उन्होंने ट्वीट करते हुए सबसे माफी मांगी।
अपने दूसरे मुकाबले में संघर्ष के बाद हारकर बाहर होने के बाद भवानी ने खेल प्रेमियों के लिए एक भावनात्मक संदेश पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ''बड़ा दिन। यह उत्साह और भावनात्मक था। मैंने नादिया अजीजी के खिलाफ पहला मैच 15/3 जीता और ओलंपिक में एक मैच जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाजी खिलाड़ी बन गई, लेकिन दूसरा मैच मैं विश्व के शीर्ष 3 खिलाड़ी मैनन ब्रुनेट के खिलाफ 7/15 से हार गई। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया लेकिन जीत नहीं सकी। मैं माफी मांगती हूं।''
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उन्होंने आगे कहा, ''हर अंत की एक शुरुआत होती है, मैं अपना अभ्यास जारी रखूंगा और निश्चित रूप से फ्रांस में अगले ओलंपिक में पदक जीतने और अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा। मैं आप में से प्रत्येक को धन्यवाद देना चाहता हूं जो मेरे साथ खड़े रहे।''
गाैर हो कि ओलंपिक खेलों का यह चौथा दिन है। भारती की झोली में अभी तक सिर्फ एक ही मेडल आया है, जो मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में जीता था। अंकतालिका में भारत 25वें स्थान पर काबिज है। निशानेबाजी से उसे निराश होना पड़ा है। हालांकि भारत को अभी बॉक्सिंग, रेसलिंग, टेबल टेनिस, जैसे खेलों से मेडल की आस है।