टोक्योः रेसलिंग में भारत की शुरुआत महिलाओं के फ्री-स्टाइल 62 किग्रा भारत-वर्ग से हुई। यहां सोनम मलिक भारत की चुनौती पेश करने के लिए मंगोलिया की बोलोरतुया खुरेलखुउ के खिलाफ उतरीं, जहां उनको हार का सामना करना पड़ा। भारतीय महिला रेसलर प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले को वीपीओ नियम के तहत हार गईं। यह नियम तब लागू हुआ जब मैच 2-2 से ड्रा के तौर पर समाप्त हुआ।
युवा पहलवान ने अधिकतर मौके पर मैच को अपने कब्जे में बनाए रखा लेकिन वे मंगोलिया की अनुभवी रेसलर के आगे आखिरी 30 मिनटों में मैच को गंवा बैठी।
अब उन्हें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि क्या उन्हें अपने ओलंपिक डेब्यू पर रेपेचेज राउंड मिलता है।
19 वर्षीय खिलाड़ी ने दो पुश-आउट अंक हासिल करने के बाद 2-0 से बढ़त बनाई, लेकिन एशियाई रजत पदक विजेता खुरेलखुउ ने स्कोर को बराबर करने के लिए प्रतियोगिता में केवल 35 सेकंड रहते हुए टेक-डाउन मूव से प्रभावित किया।
स्कोर अंत तक 2-2 रहा, लेकिन चूंकि यह मंगोलियाई थी जिसने अपने मूव के साथ अंतिम अंक हासिल किया, उसे मानदंड के आधार पर विजेता घोषित किया गया।
बाउट के एक बड़े हिस्से के दौरान शायद ही कोई एक्शन हुआ हो। डेढ़ मिनट तक दोनों पहलवानों कोई खास मूव नहीं किया।
मंगोलियाई ने फिर गतिविधि को बनाए रखा गया था लेकिन सोनम ने 1-0 की बढ़त लेने के लिए एक पुश-आउट पॉइंट बनाया और पहले तीन मिनट की अवधि के अंत तक इसे बनाए रखा।
एक और पुश आउट ने सोनल को 2-0 से आगे कर दिया। सोनम ने मंगोलियाई को एक बड़े हिस्से के लिए कोई कदम नहीं उठाने दिया लेकिन खुरेलखुउ ने भारतीय रेसलर के पैर को पकड़ने में कामयाबी हासिल की और निर्णायक टेक-डाउन प्राप्त कर लिया।
दो बार की कैडेट विश्व चैंपियन (2017, 2019) सोनम ने अप्रैल में अल्माटी में एशियाई क्वालीफायर में फाइनल में जगह बनाकर टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया था।