नई दिल्लीः भारत के बेहतरीन रेसलर बजरंग पूनिया ने 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रेसलिंग में देश को ब्रोंज मेडल दिलाया जो टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत का दूसरा रेसलिंग मेडल था। इससे पहले रवि कुमार दहिया 57 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीत चुके थे। बजरंग से देश को गोल्ड मेडल की बहुत बड़ी उम्मीद थी लेकिन वह सेमीफाइनल मुकाबले में हार गए। इस हार के बाद कई लोगों का दिल टूटा लेकिन अभी भी पूनिया के पास कांस्य पदक जीतने का मौका था। लेकिन सेमीफाइनल की हार ने पुनिया को मानसिक रूप से टॉर्चर किया।
कुश्ती में भारत के पदक की सबसे बड़ी उम्मीद बजरंग पुनिया सेमीफाइनल में अजरबैजान के हाजी अलीयेव से भिड़े थे। 65 किग्रा फ्रीस्टाइल के अंतिम चार मुकाबले में बजरंग को 5-12 से हार का सामना करना पड़ा था।
वह खुद जानते थे कि देश को उनसे किस तरह की उम्मीदें हैं, साथ ही वे इससे बेहतर तरीके से यह भी जानते थे कि वे खुद से कैसी उम्मीद रखते हैं। इस चैंपियन रेसलर ने बताया है कि वह सेमीफाइनल में मिली हार के बाद बात करने के मूड में नहीं थे। उन्होंने बताया, जब एक एथलीट गेम हारता है तो उससे निराश कोई भी नहीं होता है।
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पुनिया कहते हैं कि वह मुश्किल से 2 या 3 घंटे ही पूरी रात सो पाए। लेकिन उसके बाद एक बड़ा मुकाबला था, ऐसे में पुनिया ने तय किया कि पुरानी चीजों को भूल कर मेडल के लिए मैच उतरना सही रहेगा क्योंकि अब सेमीफाइनल की हार पर सोचने का कोई पॉइंट नहीं है।
वे कहते हैं, "मैंने फैसला किया कि मैं आगे बढ़ लूंगा और एक मेडल जीत लूंगा क्योंकि सेमीफाइनल मुकाबले के बारे में सोचने का कोई औचित्य नहीं बैठता।"
पुनिया ने कांस्य पदक मैच में उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरते हुए भारत को ओलंपिक 2020 का छठा मेडल दिया दिया। बजरंग की फॉर्म गजब की थी और उन्होंने विपक्षी को कोई मौका ना देते हुए यह मैच 8-0 से जीत लिया।
यह बजरंग का पहला ओलंपिक मेडल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजरंग पुनिया को बधाई दी है और कहा है कि उन्होंने गजब की फाइट की। पीएम नरेंद्र मोदी ने पहलवान बजरंग पुनिया से बात भी की और कांस्य पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविड ने भी कहा, ये भारतीय रेसलिंग में एक खास क्षण है। बजरंग पुनिया को टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए बधाई।