नई दिल्लीः केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार रात टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय एथलीटों के पहले बैच को दिल्ली से रवाना किया। इस दौरान उन्होंने उरी मूवी से फेसम हुए डॉयलॉग हाउज द जोश को दोहराया। इन एथलीटों को बड़ी तमन्नाओं के साथ जापान भेजा गया है, एयरपोर्ट पर इनके लिए शनिवार को रेड कॉर्पेट बिछाया गया था।
इसके साथ ही तालियों, चीयर्स और शुभकामनाओं के साथ 8 खेलों से जुड़े खिलाड़ी टोक्यो की प्लाईट में रवाना हो गए। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना होने वाले ये खिलाड़ी आर्चरी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, हॉकी, जूडो, जिमनास्टिक, स्विमिंग और वेटलिफ्टिंग में देश को रिप्रजेंट करेंगे।
भारत सरकार ने खिलाड़ियों के लिए जाने के लिए स्पेशल लाइन बनाई हुई थी। अनुराग ठाकुर के अलावा खेल राज्य मंत्री नितिश प्रमाणिक, स्पोर्ट्स ऑथरिटी ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल संदीप प्रधान और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के आधिकारी व अध्यक्ष शामिल थे।
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इस दल में कुल 88 मेंबर थे जिनमें 54 एथलीट हैं और बाकी सपोर्ट स्टॉफ व आईओए के लोग हैं। ओलंपिक जापान के टोक्यो में 23 जुलाई से शुरू हो रहा है।
दल में हॉकी सबसे बड़ी टीम के तौर पर गई जिसमें महिला और पुरुष दोनों टीमें शामिल थी। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराया कि एथलीट लोग अपने ऊपर दबाव ना लें। उन्होंने कहा कि यह मानसिक मजबूती का खेल है जहां अपनी नर्व पर कंट्रोल करने वाला बढ़िया प्रदर्शन कर जाता है।
भारत के कुछ एथलीट पहले ही जापान पहुंच चुके हैं। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू सीधी अमेरिका से जापान पहुंची हैं। वे अमेरिका में ट्रेनिंग कर रहीं थी। ऐसे ही बॉक्सर इटली से पहुंचे और शूटिंग टीम क्रोएशिया से टोक्यो पहुंची।
चार भारतीय नाविकों की टीम पहले भारतीय थे जो इस ओलंपिक में भाग लेने के लिए सबसे पहले टोक्यो पहुंचे। ये लोग भी यूरोप में ट्रेनिंग कर रहे थे।
बता दें कुल 127 भारतीय एथलीटों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है, जो रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले 117 को ओवरहाल करते हुए एक रिकॉर्ड है।