नई दिल्ली। टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों में भारत के लिये पहला मेडल जीतने वाली भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को अब रेलवे ने भी ईनाम देने का फैसला किया है। भारत के लिये वेटलिफ्टिंग में दूसरा मेडल और पहला सिल्वर मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू को भारतीय रेलवे की ओर से 2 करोड़ रुपये का ईनाम देने का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही रेलवे ने मीराबाई चानू को प्रमोशन देने का भी ऐलान किया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे से पहले मणिपुर सरकार ने भी मीराबाई चानू को पहले एक करोड़ रुपये का ईनाम देने का ऐलान किया था और उन्हें एएसपी की पोस्ट देने का ऐलान किया था। मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक की वेटलिफ्टिंग प्रतिस्पर्धा में 49 किग्रा भारवर्ग में 202 किलोग्राम उठाकर सिल्वर मेडल जीता था।
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भारतीय रेल के नये केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीराबाई चानू के प्रदर्शन की सराहना करते हुए ट्वीट किया और लिखा कि मीराबाई चानू देश का गर्व हैं और भारतीय रेलवे का सम्मान हैं, उन्होंने अपनी प्रतिभा और मेहनत से करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया है।
गौरतलब है कि ओलंपिक में देश के लिये पदक जीतना मीराबाई चानू का सपना था जिसे पूरा करने के लिये उन्होंने काफी मुश्किलों का सामना करने के बाद भी ट्रेनिंग जारी रखी और सपना पूरा किया। चानू ने जीत के बाद अपने इलाके के ट्रक ड्राइवरों को जीत का श्रेय देते हुए धन्यवाद कहा और बताया कि कैसे उन्हें ट्रेनिंग स्थल तक लिफ्ट देने के लिये वो मेरी मदद करते थे।
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उन्होंने कहा, 'मेरे पदक में रेत और पत्थर की सामग्री ले जाने वाले ट्रक ड्राइवर ने भी मेरी काफी मदद की है और मुझे ट्रेनिंग स्थल तक लिफ्ट देते थे। वो दूर से ही हॉर्न बजाते थे और मुझे बताते ते कि वे पास हैं और मुझे तैयार होना चाहिये। ट्रक ड्राइवर मुझसे किराया नहीं लेते थे और उसी पैसे से मैं अपनी ट्रेनिंग के दौरान कुछ खाने का सामान खरीदती थी।'