तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

जानें कौन हैं दिनशॉ पर्दीवाला, जिसने बचाया था नीरज चोपड़ा का गोल्डन आर्म

Tokyo olympics
Photo Credit: Instagram

नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले गये ओलंपिक खेलों में भारत के लिये भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर इतिहास रच दिया और भारत का नाम उन देशों में शुमार कर दिया जिन्होंने ओलंपिक्स के एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीता है। भारत ने एथलेटिक्स का अपना पहला गोल्ड मेडल शनिवार को भारत के आखिरी मुकाबले में जीता और ओलंपिक में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ कैंपेन को खत्म किया।

नीरज चोपड़ा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद सारा देश जश्न में डूब गया और सोशल मीडिया पर उन्हें बधाइयां दी। हालांकि बहुत कम लोगों को इस बात का पता है कि ओलंपिक में भारत के लिये गोल्डन आर्म रखने वाले नीरज चोपड़ा को 2 साल पहले ऐसी चोट लगी थी जिससे उनका करियर खतरे में पड़ गया था।

नीरज चोपड़ा के दांये हाथ में चोट लग गई थी जिसके चलते उन्हें सर्जरी से गुजरना पड़ा। उनकी यह सर्जरी उस हाथ की थी जिससे वो थ्रो करते हैं और साथ ही उनके वापसी करने की सारी उम्मीद भी सर्जरी पर ही थी। ऐसे में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के सर्जन दिनशॉ पर्डीवाला ने उनके गोल्डन आर्म की सर्जरी कर न सिर्फ उनकी चोट को ठीक किया बल्कि उनके करियर को भी बचाया।

और पढ़ें: इंडिगो ने नीरज चोपड़ा के लिये किया अनलिमिटेड फ्री टिकट का ऐलान, दी कहीं भी उड़ान भरने की आजादी

इस चोट के चलते नीरज चोपड़ा दोहा में आयोजित किये गये 2019 के विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले सके थे क्योंकि उनकी कोहनी में सूजन आ चुकी थी। टोक्यो में नीरज के गोल्ड मेडल जीतने पर डॉ पर्दीवाला ने उनकी चोट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह उस वक्त बहुत ज्यादा दर्द में थे।

उन्होंने कहा,' यह इतनी खतरनाक सर्जरी थी कि वह थ्रो कर पाने में नाकाम रहे थे। यह चोट उनके दाहिने हाथ में लगी थी और इसके ज्यादा खतरनाक होने के पीछे का कारण थ्रोइंग आर्म में चोट का लगना था। वह बाजू के चलते बहुत ज्यादा दर्द में थे क्योंकि उनकी कोहनी लॉक्ड पॉजिशन में ही फंस गई थी। यह 2 घंटे की बेहद मुश्किल सर्जरी थी। इसके बाद चोपड़ा को 4 महीने की रिहैब प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, जिसमें सफल होने के बाद ही नीरज दोबारा से थ्रो कर पाने में कामयाब हो सके।'

और पढ़ें: गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के लिये CSK ने किया ईनाम का ऐलान, खास जर्सी के साथ देगी इतने करोड़

गौरतलब है कि डॉ पर्दीवाला ने नीरज चोपड़ा के अलावा भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और श्रेयस अय्यर समेत बैडमिटंन स्टान सायना नेहवाल और महिला पहलवान गीता फोगाट, बबीता फोगाट का भी इलाज किया है।

आपको बता दें कि एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और इन्सपायर इस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट (आईआईएस) की तरफ से नीरज चोपड़ा को डॉ पर्दीवाला के पास भेजा गया था। नीरज चोपड़ा को उनकी सर्जरी के सफल होने का भरोसा हो गया था जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि पर्दीवाला के अंडर में कई भारतीय खिलाड़ी सर्जरी और रिहैब के बाद सफलतापूर्वक वापसी कर चुके हैं।

Story first published: Sunday, August 8, 2021, 20:54 [IST]
Other articles published on Aug 8, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X