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Tokyo 2020: नीरज चोपड़ा के पिता को है यकीन, बेटा मेडल लाएगा, वो भी गोल्ड

नई दिल्लीः भारत में अधिकतर एथलीट गांव से आते हैं, जिनके पास एलीट क्लास नहीं होती। बहुत सारे एथलीट जमीन से जुड़े होते हैं, उन्होंने जीवन की वास्ताविक परेशानियों को करीब से देखा हुआ है। ऐसे ही अनगिनत एथलीटों में एक हैं टॉप के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा। नीरज भारत के लिए ओलंपिक में पदक की चमकती हुई संभावनाओं में शुमार हैं।

नीरज चोपड़ा का घर पानीपत के खंडरा गांव में एक आधे-अधूरे रिहायशी इलाके में है। लोकेशन खास नहं है और गली भी धूल भरी है, यहां से सितारा निकला है जिसने ट्रैक एंड फील्ड में भारत को दुनिया में पहचान दिलाई है।

ऐतिहासिक मुकाबला देखने के लिए ग्रामीणों ने नीरज के घर के आसपास इकट्ठा होना शुरू कर दिया है। आज ही 7 अगस्त को नीरज टोक्यो ओलंपिक भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में उतरेंगे। यह इन खेलों में भारत के लिए मेडल का आखिरी चांस होगा। 23 वर्षीय थ्रोअर को ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है जो स्वतंत्र भारत के एथलेटिक्स में पदक के इंतजार को खत्म कर सकता है।

पूरा दम ना होने पर भी मेडल के इतना करीब पहुंचीं शेरदिल गोल्फर अदिति, कोरोना ने छीन ली थी ताकतपूरा दम ना होने पर भी मेडल के इतना करीब पहुंचीं शेरदिल गोल्फर अदिति, कोरोना ने छीन ली थी ताकत

चोपड़ा ने 86.59 मीटर के शानदार पहले राउंड थ्रो के साथ क्वालीफिकेशन राउंड में शीर्ष पर रहते हुए देश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। हालांकि बात इससे नहीं बनेगी, कमलप्रीत कौर क्वालिफिकेशन में कमाल दिखाकर फाइनल में बिना कुछ खास किए लौटी हैं। नीरज से बेहतर की उम्मीदें हैं। उनमें मेडल स्टार नजर आता है।

नीरज चोपड़ा के पिता सतीश चोपड़ा को भरोसा है कि उनका बेटा स्वर्ण पदक के साथ वापसी करेगा।

सतीश ने इंडिया टुडे को बताया, "वह पूरे कॉन्फिडेंस में है। वह निश्चिंत है और स्वर्ण पदक के लिए लक्ष्य बना रहा है।"

चोपड़ा का प्रदर्शन शनिवार को ओलंपिक में किसी भारतीय के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक था, क्योंकि वह स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार और 2017 के विश्व चैंपियन जर्मनी के जोहान्स वेटर से आगे थे।

एक समय नीरज मोटापे से जूझ रहे थे क्योंकि 11 साल की उम्र में उनका वजन लगभग 90 किलो था। फिर उनको खंडरा से 15 किलोमीटर दूर पानीपत में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र के पास एक जिम में कराया। परिवारजन चाहते थे कि नीरज कुछ किलो वजन कम करे।

इंडिया टुडे से बात करते हुए, नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने कहा: "हमें नहीं पता था कि भाग्य ने उसके लिए क्या रखा था। उस समय हम केवल यही चाहते थे कि वह अपना वजन कम करे।"

Story first published: Saturday, August 7, 2021, 15:40 [IST]
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