नई दिल्लीः टोक्यो खेलों की पूर्व संध्या पर, आयोजकों ने उद्घाटन समारोह के डायरेक्टर को एक मजाक करने पर निकाल दिया है। इसके अलावा मीडिया ने बताया कि पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो भी शोपीस इवेंट को छोड़ रहे हैं।
डायरेक्टर का नाम केंटारो कोबायाशी है उस इस पर आरोप है कि 1990 के दशक में उसने इतिहास में हुए मानवीय नरसंहार पर मजाक बनाया था। यह घटना वीडियो फुटेज के जरिए अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसके चलते केंटारो कोबायाशी का मामला चर्चित हो गया और उनको बाहर कर दिया। जापान के ओलंपिक चीफ का कहना है कि इतिहास की दर्दनाक घटना पर मजाक बनाया गया है।
यह खबर टोक्यो के आयोजकों के लिए शर्मिंदगी की वजह बनी है। इससे पहले एक प्रसिद्ध संगीतकार को समारोह के लिए संगीतकार के रूप में पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था क्योंकि उसके अपमानजनक व्यवहार की पुरानी रिपोर्ट सामने आई थी।
इन प्लेयर्स पर है ओलंपिक मेडल का दारोमदार, जानिए किन खिलाड़ियों से हैं भारत को सबसे बड़ी उम्मीद
इस साल की शुरुआत में, टोक्यो 2020 आयोजन समिति के प्रमुख ने सेक्सिस्ट टिप्पणी करने के बाद इस्तीफा दे दिया और टोक्यो ओलंपिक रचनात्मक प्रमुख ने एक लोकप्रिय जापानी महिला मनोरंजनकर्ता के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद इस्तीफा दे दिया।
आयोजन समिति के प्रमुख एक सीको हाशिमोटो ने कहा, "जब उद्घाटन समारोह लगभग सिर पर है, तो मैं संबंधित लोगों के साथ-साथ टोक्यो के निवासियों और जापानी लोगों के लिए परेशानी और चिंता पैदा करने के लिए अपनी गहरी माफी मांगता हूं।"
इससे पहले, एक अंतरराष्ट्रीय यहूदी मानवाधिकार संगठन, साइमन विसेन्थल सेंटर ने एक बयान जारी कर कहा कि ओलंपिक के साथ कोबायाशी का जुड़ाव उन छह मिलियन यहूदी लोगों की "स्मृति का अपमान" होगा, जो नरसंहार में मारे गए थे। यह सब जर्मनी के कुख्यात तानाशाह एडोल्फ हिटलर के कार्यकाल में हुआ था।