पहले 3 मिनट में रवि दहिया के पक्ष में रहा खेल
इसी नियम के तहत कजाकिस्तान के पहलवान सानायेव नुरीस्लम ने पहला अंक हासिल किया। हालांकि रवि कुमार दहिया ने तीसरे मिनट में वापसी करते हुए नुरीस्लम को बैक लिफ्ट कर 2 अंक हासिल किया। 3 मिनट के खेल के बाद रवि दहिया ने 2-1 की बढ़त हासिल की।
30 सेकेंडस के ब्रेक के बाद जब सेकेंड हाफ का खेल शुरु हुआ तो पहले डेढ़ मिनट में कजाकिस्तान के पहलवान नुरीसलाम का दबदबा देखने को मिला, जिन्होंने रवि दहिया को एंकल लॉक में जकड़ा और 8 अंक हासिल करते हुए अंकों के अंतर को 9-2 कर दिया। रवि दहिया के लिये यहां से वापसी करना काफी मुश्किल नजर आ रहा था, तभी कजाकिस्तान पहलवान की पेनाल्टी के रूप में रवि को एक और अंक मिला।
कजाकिस्तानी पहलवान ने बना ली थी अजेय बढ़तकजाकिस्तानी पहलवान ने बना ली थी अजेय बढ़त
रवि कुमार 4 मिनट 30 सेकेंड के खेल के बाद रवि कुमार 9-3 से पीछे थे और अगले डेढ़ मिनट में उनके वापसी करने का सिर्फ एक ही तरीका नजर आ रहा था कि वो कजाकिस्तान के पहलवान को नॉक आउट कर दें। हर भारतीय फैन उनकी वापसी की प्रार्थना कर रहा था और तभी रवि ने वो कर दिखाया जिसका सपना हर भारतीय देख रहा था। रवि कुमार ने कजाकिस्तान के पहलवान के राउंड से बाहर कर 2 अंक हासिल किये और ये वो मौका बना जहां से भारतीय पहलवान की वापसी हुई।
पूरी तरह से चित्त कर फाइनल में पहुंचे रवि कुमार
रवि कुमार के इस दांव से कजाकिस्तान के पहलवान थोड़े चोटिल हो गये। इसके बाद जैसे ही मैच दोबारा शुरु हुआ रवि कुमार दहिया ने कजाकिस्तान को बैकटर्न किया और 2 अंक हासिल किये और इसी दांव को पूरा करते हुए उनकी पीठ को जमीन से टच करा दिया। इसके साथ ही रवि कुमार ने 39 सेकेंडस पहले ही जीत हासिल कर ली और अपने पहले ही ओलंपिक मैच में भारत के लिये फाइनल का टिकट कटा कर दूसरा सिल्वर या पहला गोल्ड मेडल पक्का कर लिया।