नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक गेम्स में भारत को वेटलिफ्टिंग में पहला सिल्वर मेडल दिलाने वाली महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू भारत लौट आई हैं। ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के मीराबाई चानू सोमवार को दिल्ली पहुंची जहां पर उनका जरूरी आरटी-पीसीआर टेस्ट हुआ। मीराबाई चानू ने ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिये पहले ही दिन खिताब जीता और ऐसा करने वाली पहली खिलाड़ी बनी। मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग फाइनल में 49 किग्रा वर्ग में 202 किलो वजन उठाकर पदक अपने नाम किया।
भारत पहुंचने के बाद असम के मुख्यमंत्री एन बीरेन ने वो सरप्राइज गिफ्ट दिया जिसका ऐलान उन्होंने शनिवार को किया था। मुख्यमंत्री बीरेन ने शनिवार को चानू को ईनामी राशि का ऐलान करने के साथ ही कहा था कि उन्होंने उनके लिये एक खास जिम्मेदारी संभाल कर रखी है जिसका खुलासा वो भारत आने के बाद करेंगे।
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मुख्यमंत्री बीरेन ने सोमवार को अपने सरप्राइज गिफ्ट का खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें एडिशनल सुपरिडेंट ऑफ पुलिस (स्पोर्टस) की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही मीराबाई चानू को भारत के लिये पदक जीतने के ईनाम के रूप में असम सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये की ईनामी राशि दी जायेगी। उनके अलावा जूडो में भारत की ओर से खेलने वाली लिकम्बम सुशीला देवी को भी 25 लाख का ईनाम दिया जायेगा और कॉन्सेटबल की पद से प्रमोट कर सब-इंस्पेक्टर बनाया जायेगा।
गौरतलब है कि दिल्ली पहुंचते ही मीराबाई चानू ने भारत माता की जय के नारे से आगाज किया। इस दौरान उन्हें सुरक्षा कर्मियों के बीच एयरपोर्ट से बाहर ले जाया गया। इस दौरान मीराबाई चानू अपनी ट्रेनिंग जर्सी में नजर आई लेकिन सिल्वर मेडल नहीं पहना हुआ था।
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आपको बता दें कि वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ओलंपिक में पदक जीतने वाली दूसरी महिला बनी हैं। इससे पहले 2000 के सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने भारत के लिये 69 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।