नई दिल्लीः ओलंपिक में डेब्यू करने वाले भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह बिल्कुल भी नर्वस नहीं हैं। हालांकि भाला फेंक प्रतियोगिता में लाइमलाइट्स नीरज चोपड़ा चुरा कर ले जाते हैं लेकिन 26 साल का यह खिलाड़ी भी पदक के लिए कॉन्फिडेंट है।
10 साल की उम्र में बांस को भाले की तरह फेंकने वाले शिवपाल का परिवार खुद एथलेटिक्स में रहा जिसका उन्होंने बहुत फायदा मिला और उन्होंने अपनी ट्रेनिंग बहुत कम उम्र से शुरू कर दी।
शिवपाल ने 2019 के एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता है और पिछले साल मिलिट्री वर्ल्ड गेम्स में भी गोल्ड हासिल किया था। खास बात यह है कि आजादी के बाद से भारत ने कभी भी ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में मेडल नहीं जीता है।
उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से बात करते हुए बताया है कि वे पुणे में प्रैक्टिस कर रहे हैं। और उनका कहना है कि वे और नीरज चोपड़ा इस बार आजाद भारत का पहला ट्रैक एंड फील्ड ओलंपिक पदक लेकर आएंगे।
Tokyo Olympics: ओलंपिक में डेब्यू करेगी 13 साल की खिलाड़ी, मिन्नते करने के बाद मां-बाप ने की हां
उन्होंने कहा, "हां मुझे पूरा यकीन है टोक्यों में मेडल जीतेंगे। भारत यहां कई मेडल जीतेगा।"
शिवपाल का पर्सनल बेस्ट 86.23 मीटर है जो कि ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए बहुत उत्साह बढ़ाने वाला स्कोर नहीं है लेकिन उनका मानना है कि मेडल जब आना होता है तो 84 प्लस के स्कोर पर भी आ सकता है और जब नहीं आना होता तो 90 प्लस भी नाकाफी है। उनका कहना है कि वे अपना बेस्ट देंगे और मेडल के साथ लौटेंगे।
शिवपाल और नीरज अच्छे दोस्त हैं, ऐसा खुद शिवपाल का कहना है और उनको पूरा यकीन है नीरज के खाते में इस बार मेडल होगा, चाहे फिर वह कोई सा भी मेडल हो। उन्होंने कहा कि भाला फेंक में देश इस बार दो मेडल देखने जा रहा है।