टोक्यो । भारत की मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन (प्रेसिजन) स्पर्धा में गुरुवार को कुल 292 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रही। भाकर 97, 97 और 98 के स्कोर के साथ 32 निशानेबाजों में पांचवें स्थान पर थे। भाकर राही सरनोबत को पछाड़ने में सफल रहे, जो 287 रन बनाकर 18वें स्थान पर रहे। भाकर (292) और सरनोबत (287) कल 25 मीटर पिस्टल में रैपिड इवेंट में हिस्सा लेने के लिए लौटेंगे। दोनों स्पर्धाओं का संयुक्त योग पदक स्पर्धा के लिए फाइनल-8 का निर्धारण करेगा।
हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में जन्मीं मनु भाकर ने शूटिंग में खूब नाम कमाया है। उसने 2018 के आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में भारत के लिए दो गोल्ड मेडल जीते हैं। इस प्रतिस्पर्धा में गोल्ड जीतने वाली वे भारत की सबसे कम उम्र की महिला भी हैं। उन्होंने सिर्फ 16 साल की उम्र में 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में एयर पिस्टल स्पर्धा में दो गोल्ड मेडल जीते हैं। 2020 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
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मुन भाकर के पिता मरीन इंजीनियर हैं और मां स्कूल में प्रिंसिपल हैं। मनु का शाैक सिर्फ शूटिंग में ही नहीं था, बल्कि मुक्केबाजी, एथलेटिक्स, स्केटिंग और जूडो कराटे भी खेलती थीं। जब मनु की उम्र 18 साल से कम थी तब उनके पिता ने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपनी लाइसेंसी पिस्टल के साथ बेटी को ट्रेनिंग देने लगे। पिता खुद मनु को साथ लेकर जाते थे क्योंकि नाबालिग बस या गाड़ी में सफर करते समय पिस्टल साथ नहीं ले जा सकता था। भाकर को 2012 ओलंपिक के बाद गठित किए गए राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से मदद मिली। मनु को नामी शूटर जसपाल राणा ने कोचिंग दी है।