मीराबाई को मिल सकता है 'गोल्ड मेडल'
दरअसल, खबर है कि 26 साल की मीराबाई को गोल्ड मेडल मिल सकता है, क्योंकि चीन की वेटलिफ्टर होउ जिहुई का डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा टेस्ट किया जाएगा। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, अगर जिहुई डोप टेस्ट में फेल साबित होती हैं तो गोल्ड मेडल से मीराबाई चानू को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। सूत्र के अनुसार, होउ जिहुई को टोक्यो में ही रुकने के लिए कहा गया है। उनका यहा हीं टेस्ट होगा। ओलंपिक में करीब 5 हजार एथलीटों का टेस्ट किया जा रहा है। उनमें से एक जिहुई भी हैं। अगर जिहुई डोप टेस्ट में साबित होती हैं तो उनसे गोल्ड मेडल छिन लिया जाएगा।
मीराबाई का था दूसरा ओलंपिक
मीराबाई ने मुकाबले में जबरदस्त शुरूआत की थी, लगा कि वेटलिफ्टिंग के इतिहास में भारत को पहला गोल्ड मेडल मिल जाएगा, लेकिन जिजुई ने अंतिम समय दिखाया। मीराबाई ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में मिलाकर कुल 205 किलोग्राम वजन उठाया। वहीं जिहुई के 210 किलो के ओलिंपिक रिकॉर्ड वजन से सिर्फ 8 किलो की दूरी पर रहीं। मीराबाई का यह दूसरा ओलंपिक रहा। इससे पहले 2016 के रियो ओलिंपिक में भी वह दावेदार थीं, लेकिन तब वह मेडल नहीं जीत पाईं थी।
मिलेगी अब मोटी रकम
मीराबाई को अब मोटी रकम मिलने जा रही है। खिलाड़ियों के रवाना होने से पहले भारतीय ओलंपिक संघ(IOC) और कुछ राज्य सरकारों ने मेडल विजेताओं के लिए नकद इनाम की घोषणा की थी।आईओए की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 75 लाख रुपए, सिल्वर मेडल जीतने वाले को 40 लाख और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 25 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस हिसाब से मीराबाई चानू को आईओए से 40 लाख रुपए का इनाम मिलेगा। अगर जिहुई डोप टेस्ट में फेल होती हैं तो फि मीराबाई को 75 लाख मिलेंगे। वहीं मणिपुर सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार मीराबाई को 1 करोड़ 40 लाख का इनाम मिलेगा।