नई दिल्ली। गोल्फ में 23 साल की अदिति अशोक ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। टोक्यो ओलंपिक में किसी भारतीय महिला गोल्फर द्वारा उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा। प्रदर्शन भी ऐसा कि उसकी तारीफ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आगे आए। अदिति दुनिया की 200वें नंबर की गोल्फर हैं, लेकिन उन्होंने वर्ल्ड नंबर वन अमेरिका की नेली कोर्डा और पूर्व वर्ल्ड नंबर वन लीडिया को टक्कर देकर साबित कर दिया कि वो भी किसी से कम नहीं हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए अदिती को शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''बहुत अच्छा खेला अदिती।आपने टोक्यो 2020 के दौरान जबरदस्त कौशल और संकल्प दिखाया है। एक पदक बहुत कम अंतर से छूट गया, लेकिन आप किसी भी भारतीय से काफी आगे निकल गए हैं और एक निशान को चमका दिया है। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।''
अदिती एक समय मेडल के करीब थीं, लेकिन अंतिम समय वह पिछड़ गईं। दुनिया की नंबर एक गोल्फर नैली कोरडा ने दो अंडर 69 के साथ 17 अंडर कुल स्कोर करके गोल्ड मेडल अपने नाम किया तो वहीं जापान की मोने इनामी और न्यूजीलैंड की लीडिया को के बीच सिल्वर मेडल के लिए प्लेऑफ खेला गया। इनामी ने यह मैच जीतकर सिल्वर अपने नाम कर लिया। वहीं अदिती ने चाैथे स्थान पर रहकर अपना सफर समाप्त किया।
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बता दें कि रियो ओलंपिक 2016 के लिए भी अदिती ने क्वालिफाई किया था, लेकिन उस समय उनके पास अनुभव नहीं था। तब उन्होंने स्कूल से पढ़ाई पूरी की थी। तब वह ओलंपिक में महिला गोल्फ स्पर्धा में सबसे युवा खिलाड़ी थीं। अदिती रियो ओलंपिक में 41वें स्थान पर रही थी, लेकिन इसके बाद उसने अपने प्रदर्शन को सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अदिती ना सिर्फ मीडिया के जरिए सुर्खियों में आने से दूर रहती हैं बल्कि सोशल मीडिया में भी ज्यादा एक्टिव नहीं रहतीं।
वैसै तो ज्यादातर खिलाड़ी उन खेलों में हाथ आजमाते हैं जो भारत में ज्यादा चर्चित रहती हैं। लेकिन अदिति ने गोल्फ में पहचान बनाने की ठानी, जिनमें भारतीय लोग बहुत कम रूचि देते हैं। इस खेल में चिरंजीव मिल्खा सिंह और ज्योति रंधावा जैसे पुरुष खिलाड़ियों के ही नाम चर्चित हैं। लेकिन अब अदिति ने भी टोक्यो ओलंपिक में अपने प्रदर्शन के दम पर दुनिया में अपनी पहचान बना ली है। गोल्फ में अदिति की शुरुआत इत्तेफाक से ही हुई थी। अदिति बेंगलुरू के जिस होटल में खाना खाने के लिए परिवार के साथ जाती थी, उसके सामने गोल्फ रेंज था। फिर यहां ही अदिति ने हाथ आजमाना शुरू किए। उस समय उसकी उम्र 5 साल थी।
अदिति की उपलब्धियां-
- इकलाैती भारतीय, जिन्होंने 2016 में लेडीज यूरोपीय टूर में दो टाइटल जीते
- पहली भारतीय महिला गोल्फर, जिन्होंने एशियन यूथ गेम्स (2013), यूथ ओलंपिक गेम्स (2014), एशियन गेम्स (2014) में हिस्सा लिया
- लल्ला आइचा टूर स्कूल का टाइटल जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय गोल्फर
- 2016 सीजन के लिए लेडीज यूरोपियन टूर कार्ड के लिए एंट्री हासिल की थी
- इंस्टाग्राम पर 48 हजार से ज्यादा फोलोअर्स