नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे पैरालंपिक खेलों में शुक्रवार की ओर से भारतीय पैर टेबल टेनिस खिलाड़ी भवानी पटेल ने इतिहास रच दिया है और देश को इन खेलों में पहला पदक दिलाने के सपने को पूरा करने की ओर एक कदम बढ़ा दिया है। भवानी पटेल ने टेबल टेनिस के पैरालंपिक खेलों के क्वार्टरफाइनल में सर्बिया की बोरिस्लावा रैंकोविक पेरिक से हुआ, जिनके सामने भाविना ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की। भाविना ने क्वार्टरफाइनल मैच में एकतरफा दबदबा बनाया और 3-0 से सीधे सेटों में जीत हासिल कर सेमीफाइनल में जगह बना कर इतिहास रच दिया है।
भाविना पटेल भारत के लिये पैरालंपिक्स खेलों के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई है। भाविना ने बोरिस्लावा को रैंकोविक पेरिक को 11-5, 11-6 और 11-7 के सीधे सेटों में हराकर लगातार तीनों सेट अपने नाम किये और सेमीफाइनल में पहुंच गयी।
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इससे पहले भाविना पटेल ने महिला एकल क्लास 4 वर्ग में ब्रजील की जॉस डि ओलिवियरा को हराकर पैरालंपिक क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनी थी, जिसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल कर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला बन गई है।
ऐसे में भाविना अगर एक और जीत हासिल करने में कामयाब हो जाती हैं तो वो देश के लिये पैरालंपिक खेलों में टेबल टेनिस का पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन जायेंगी। 34 वर्षीय भाविना का अंतिम 16 के मुकाबले में ब्रजील की जॉयस डि ओलिवियरा के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने 12-10, 13-11 और 11-6 से जीत हासिल की।
मैच के बाद भाविना ने कहा कि मेरे कोच ने मुझे कहा था कि मैच के दौरान आप कोशिश कीजियेगा कि ज्यादा से ज्यादा शरीर के पास खेलें और मैंने यही किया, जिसका फायदा भी मिला और क्वार्टरफाइनल मैच में दुनिया की नंबर 2 की टेबल टेनिस खिलाड़ी को हराने में कामयाबी मिली।
आपको बता दें कि सर्बिया की बोरिस्लावा पैरालंपिक टेबल टेनिस स्टार विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर पर काबिज हैं उसके बावजूद भाविना उन पर भारी पड़ी और तीनों सेट को एकतरफा अंदाज में अपने नाम किया। वहीं भारत की ही सोनलबेन मनुभाई पटेल अपने दोनों राउंड में हारकर मुकाबले से बाहर हो गई हैं।