नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच जापान की राजधानी में 23 जुलाई से खेलों के महाकुंभ ओलंपिक को आयोजित कराने की तैयारी कर रही है, जिसके तुरंत बाद ही पैरालंपिक्स का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें दुनिया भर के स्पेशली एबल्ड खिलाड़ी हिस्सा लेते नजर आयेंगे। इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये भारतीय दल इस समय तैयारियों में जुटा हुआ है, जिसमें उम्मीद है कि 190 सदस्यों का दल हिस्सा लेता नजर आयेगा। इस बीच राष्ट्रीय खेल संघ ने टोक्यो पैरलंपिक खेलों को लेकर बड़ी सूचना दी है जिसके अनुसार अरुणा तंवर को वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली है जिसके बाद पैरालंपिक्स खेलों में भारत की तरफ से शामिल होने वाली पहली टाइकॉन्डो खिलाड़ी बन गई हैं।
इसके साथ ही वह भारत की ओर से पहली बार मल्टी पैरा स्पोर्ट इवेंट में हिस्सा लेने वाली पहली टाइकॉन्डो खिलाड़ी बन गई हैं। भारतीय टाइकॉन्डो अध्यक्ष नामदेव शिरगांवकर ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अरुणा को उनके पिछले प्रदर्शन के दम पर वाइल्ड कार्ड एंट्री दी गई है।
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उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा,'वह भारत के लिये पैरालंपिक्स में भाग लेने वाली पहली टाइकॉन्डो एथलीट बन गई है। इस चीज ने आने वाले खिलाड़ियों के लिये भविष्य के सुनहरे दरवाजे खोल दिये हैं खास तौर पर उन सभी महिला एथलीटों के लिये जो इस स्थिति में पहुंचना चाहती हैं। हम विश्व टाइकॉन्डो और पीसीआई को यह मौका देने के लिये धन्यवाद करते हैं। भारतीय टाइकॉन्डो ने टोक्यो पैरालंपिक्स में भाग लेने में अपना पूरा समर्थन दिया है और सभी जरूरी चीज मुहैया कराने के लिये अपना पूरा समर्थन दिया है ताकि पैरालंपिक मेडल जीतने का सपना सच हो सके।'
गौरतलब है कि अंडर 49 कैटेगरी में अरुणा इस समय विश्व की नंबर चौथी रैंकिंग वाली खिलाड़ी हैं। वह 5 बार की राष्ट्रीय टीम चैम्पियन हैं। पिछले 4 सालों में उन्होंने एशियन पैरा टाइकॉन्डो चैम्पियनशिपस और वर्ल्ड पैरालंपिक्स टाइकॉन्डो चैम्पियनशिप में लगातार पहले पायदान को हासिल करने का काम किया है।
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वहीं भारत के लिये क्वालिफाई करने के बाद अरुणा तंवर ने कहा,'बचपन से ही मैं मार्शियल आर्टस की बहुत बड़ी फैन रही हूं। इससे पहले मैच जनरल कैटेगरी में खेलती थी लेकिन वहां पर मुझे काफी सफलता नहीं मिली। इसके बाद मुझे पैरा टाइकॉन्डो के बारे में जानकारी मिली और यहां पर खेलना शुरू कर दिया।'