टोक्यो । पैरालंपिक खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारत के देवेंद्र झाझरिया ने सोमवार को टोक्यो पैरालिंपिक में पुरुषों की भाला फेंक एफ46 फाइनल स्पर्धा में 64.35 के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता, जबकि सुंदर सिंह गुर्जर ने इसी स्पर्धा में 64.01 के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ब्राॅन्ज मेडल जीता। दोनों ने पैरालिंपिक 2020 खेलों में भारत की कुल पदक तालिका को सात तक पहुंचा दिया।
झाझरिया ने इवेंट की शुरुआत 60 मीटर से अधिक के दो औसत थ्रो के साथ की, लेकिन फिर उनका तीसरा थ्रो 64.35 मीटर हो गया, जिससे पदक की उम्मीद जगी। भारतीय पैरा-एथलीट का चौथा और पांचवां थ्रो फाउल के रूप में दर्ज किया गया और अंतिम 61.23 मीटर पर दर्ज किया गया। ये पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरालिंपियन हैं।
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सुंदर ने भी धीमी शुरुआत की लेकिन पदक की दौड़ में शामिल होने के अपने पांचवें प्रयास में 64 मीटर से अधिक का थ्रो दर्ज किया। फाइनल में तीसरे भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी अजीत सिंह फाइनल में 8वें स्थान पर रहे। पैरालंपिक खेलों के छठे दिन भारतीय खिलाड़ियों ने 4 मेडल जीतकर शानदार खेल दिखाया। सबसे पहले निशानेबाजी में अवनि लेखना ने गोल्ड मेडल दिलाया। इसके बाद डिस्कस थ्रो में योगेश ने सिल्वर मेडल जीता। जैवलिन थ्रो में भी भारत ने कमाल किया, जहां देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर तो सुंदर ने ब्राॅन्ज जीता।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन की सराहना करते हुए बधाई दी। झाझरिया को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ''हमारे सबसे अनुभवी एथलीटों में से एक ने रजत पदक जीता। देवेंद्र लगातार भारत को गौरवान्वित करते रहे हैं। उसे बधाई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।'' इसके अलावा पीएम मोदी ने ब्राॅन्ज विजेता सुंदर गुर्जर को भी बधाई दी।