नई दिल्ली। अब धीरे-धीरे सभी चीजें वापस लाैट रही हैं। कोरोना वायरस के कारण पिछले लगभत 7 महीनों से सभी खेल ठप पड़े हुए थे। लेकिन अब ओलंपिक कोर ग्रुप निशानेबाजों के लिए दो महीने का कोचिंग कैम्प यहां राष्ट्रीय राजधानी के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में गुरुवार से शुरू हो रहा है जो 17 दिसंबर तक चलेगा। वो सभी भारतीय निशानेबाज इस कैंप का हिस्सा बनने जा रहे हैं जो टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं। कैम्प में 32 निशानेबाज शामिल होंगे, जिसमें 18 पुरुष और 14 महिला निशानेबाज होंगी। इसके अलावा इसमें आठ कोच, तीन विदेशी कोच और दो स्पोर्ट स्टाफ भी होंगे।
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यही नहीं, कैम्प के दौरान बायो सिक्योर बबल को सुनिश्चित करने, कोरोना वायरस को रोकने और एथलीटों की ट्रेनिंग के लिए सुरक्षित माहौल बनाए रखने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को बनाए रखने की संयुक्त जिम्मेदारी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और राष्ट्रीय राइफल निशानेबाजी संघ (एनआरएआई) की होगी। साई ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि प्रशासक के शूटिंग रेंज को बनाए रखने की जिम्मेदारी डॉक्टर कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के पास है।
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एनआरएआई के सचिव राजीव भाटिया ने जानकारी देते हुए कहा कि साई द्वारा जारी किए गए एसओपी के माध्यम से हर चीज का विशेष ध्यान रखा जाएगा। मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद यह पहला राष्ट्रीय कैम्प होगा जो आयोजित किया जाएगा और इसके लिए सभी कदम उठाए जाएंगे ताकि निशानेबाजों को सुरक्षित और आरामदायक वातावरण में ट्रेनिंग करने का मौका मिले।'' बता दें कि होटल से लेकर शूटिंग रेंज में प्रवेश तक एनआरएआई की जिम्मेदारी होगी कि वह सुरक्षित बायो-बबल रखने के लिए एसओपी बनाए रखे।