नई दिल्ली। ओलंपिक में 8 बार गोल्ड मेडल जीतने वाले जमैका के दिग्गज एथलीट उसेन बोल्ट ने हाल ही में दावा किया है कि वह संन्यास को पीछे छोड़कर एक बार फिर से मैदान पर लौट सकते हैं हालांकि यह तभी होग जब उनके कोच उन्हें ऐसा करने को कहते हैं। उसेन बोल्ट ने साल 2017 के लंदन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 100 मीटर रेस में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद अपने करियर को अलविदा कहते हुए संन्यास का ऐलान कर दिया था।
नेशनल जिओग्राफिक्स के एक शो में बात करते हुए बोल्ट कहा, 'अगर मेरे कोच वापस आते हैं और मुझसे कहते हैं कि आओ इसे करते हैं तो मैं मना नहीं करूंगा क्योंकि मैं अपने कोच पर बहुत बहुत विश्वास करता हूं। इसलिए, मैं जानता हूं कि अगर वह कहेंगे कि हम फिर से करेंगे, तो मुझे पूरा विश्वास है कि सब कुछ संभव होगा।'
और पढ़ें: 'ऐसा हुआ तो भगवान भी नहीं बचा सकते', एस बद्रीनाथ ने धोनी की कप्तानी को लेकर किये कई खुलासे
उल्लेखनीय है कि स्प्रिंट रेस से संन्यास लेने के बाद उसेन बोल्ट अब तक कई और खेल में हाथ आजमा चुके हैं। उन्होंने पहले जमैका के लिये क्रिकेट और फिर अक्टूबर 2018 में एक प्रोफेशनल फुटबॉलर के तौर पर करियर शुरु किया है। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के लिये अक्टूबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया-ए लीग की टीम सेंट्रल कोस्टरल मरिनर्स के साथ अभ्यास किया था। हालांकि कुछ महीने बाद उन्होंने फुटबॉल में अपना करियर बनाने का फैसला किया था।
बोल्ट इसी साल मई में पिता बने हैं। इस दौरान फुटबॉल पर बात करते हुए उसेन बोल्ट का मानना है कि फुटबॉल की दुनिया स्प्रिंटिंग लॉरेल्स जीतने से कई ज्यादा कठिन है।
और पढ़ें: Football: नहीं रहे इंग्लैंड को विश्व कप जिताने वाले खिलाड़ी जैक चार्लटन, शोक में डूबा खेल जगत
उन्होंने कहा, 'यह कठिन है। पहले सप्ताह मैं बीमार हो गया क्योंकि मैं सो जाने से डर गया था, इसलिए मैं रातभर जगता रहा और बस उन्हें देखता रहा।'
आपको बता दें कि 200 मीटर स्प्रिंट रेस में सबसे तेज भागने का विश्व रिकॉर्ड उसेन बोल्ट के नाम है जो उन्होंने 1.19 सेकेंड में पूरा किया था। हालांकि शुक्रवार को अमेरिका के नोआह लॉयल्स उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ने के काफी करीब थे। शुक्रवार को फलोरिडा में हुए इंस्पिरेशन गेम्स के दौरान 22 वर्षीय लॉयल्स ने यह रेस 18.91 सेकंड में पूरी की जिसके बाद उन्हें लगा कि शायद उन्होंने बोल्ट के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है लेकिन बाद में वीडियो देखने पर पता चला कि वह 15 मीटर आगे खड़े थे मतलब उन्होंने 18.91 सेंकंड में महज 185 मीटर का फासला तय किया था।