नई दिल्ली। विंटर ओलंपिक में कूटनीति के लिए कोई जगह नहीं होगी। ऐसा कहना है उत्तर कोरिया का, उत्तर कोरिया ने शुक्रवार (9 फरवरी) को दक्षिण कोरियाई प्रांत में शुरू होने वाले प्योंगचांग विंटर ओलंपिक के दौरान किसी भी अमेरिकी अधिकारियों से नहीं मिलने का फैसला किया है। इससे पहले उम्मीद थी कि 25 फरवरी तक चलने वाले खेलों के जरिए उत्तर के परमाणु हथियारों के कार्यक्रम पर तनाव को दूर करने में मदद मिलेगी। लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
बता दें कि उत्तर कोरिया को दुनिया के सबसे ज्यादा जुल्म करने वाले शासन के रूप में बताने वाले अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस प्योंगचांग के माउंटेन रिजॉर्ट में उद्घाटन समारोह से पहले दक्षिण कोरिया के लिए उड़ान भरने वाले हैं। जो कि उत्तर कोरिया के भारी सशस्त्र सीमा से केवल 80 किमी (50 मील) दूर है। इस समारोह में उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारियों का एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा, जिसमें किम जोंग उन की छोटी बहन और उत्तर के राज्य प्रमुख किम योंग के नाम शामिल हैं।
केएनसीए समाचार ऐजेंसी के मुताबिक उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के उत्तरी अमेरिकी विभाग के महानिदेशक चो योंग सैम ने कहा, "हमने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बातचीत के लिए कभी भीख नहीं मागी है और यह आगे भी जारी रहेगा। साफ-साफ कहें तो हमें दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान अमेरिका के साथ मिलने का कोई इरादा नहीं है और शीतकालीन ओलंपिक को राजनीतिक वाहन के रूप में इस्तेमाल करने की कोई योजना नहीं है।"
The exact q I was thinking about this morning: North + South Korea are trying to make a big show of unity in #PyongChang2018, but what happens after? https://t.co/RJzToYsH34
— Megan Hess (@mhess4) February 8, 2018
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया विंटर ओलंपिक का इस्तेमाल उत्तरी कोरिया के साथ फिर से जुड़ने और दुनियाके सबसे खतरनाक संकटों में से एक को हल करने के लिए बातचीत का रास्ता खोलना चाहता है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति पेंस ओलंपिक समारोह में भाग लेने से पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेए से सियोल में मिलेंगे।